आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को अमृतसर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि भगवंत मान पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि तीन साल पहले भगवंत मान ने पंजाब के सीएम के तौर पर शपथ ली थी। आज पंजाब की सबसे बड़ी समस्या नशा और भ्रष्टाचार है। हम नशे और भ्रष्टाचार के खिलाफ न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं। भगवंत मान मुख्यमंत्री के रूप में अपने 5 साल पूरे करेंगे और अगले 5 साल भी सीएम बनेंगे। इससे पहले केजरीवाल और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने स्वर्ण मंदिर में माथा टेका।
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केजरीवाल के साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद थे। बता दें कि केजरीवाल ने होशियारपुर में 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान सत्र में हिस्सा लिया था। इसके बाद 16 मार्च को वे अमृतसर पहुंचे। रविवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार के पंजाब में तीन साल पूरे हो चुके हैं। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता बलबीर सिंह ने भी इस दौरान मान को बधाई दी।
VIDEO | Here’s what AAP national convenor Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) said on his visit to Sri Harmandir Sahib Gurdwara in Amritsar.
---विज्ञापन---“The AAP has completed three years in power in Punjab today. On March 16, 2022, Bhagwant Mann was sworn in as Punjab CM and we have come… pic.twitter.com/dQ3WNudgf4
— Press Trust of India (@PTI_News) March 16, 2025
पंजाब सरकार लोगों के लिए कर रही काम
बलबीर सिंह ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि सरकार ने सुशासन के तीन साल पूरे किए हैं। पंजाब सरकार अरविंद केजरीवाल मॉडल ‘बेहतर स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक’ लागू कर प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव के लिए काम कर रही है। सरकार का प्रयास है कि सूबे के लोगों को बेहतर अस्पताल, मुफ्त बिजली और भ्रष्टाचार मुक्त शासन मिले।
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मान ने 16 मार्च 2022 को पंजाब के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था, जब आम आदमी पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनावों में दो तिहाई से अधिक बहुमत हासिल किया था। पार्टी ने 117 में से 92 सीटें जीतीं और कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया। आप ने दिसंबर में हुए नगर निगम चुनावों में पटियाला और जालंधर में भी बहुमत हासिल किया था।
27 साल बाद दिल्ली में जीती बीजेपी
हालांकि पिछले महीने हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा के प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल को 4 हजार से अधिक वोटों से शिकस्त दी थी। कांग्रेस के संदीप दीक्षित 4500 से अधिक वोट हासिल करके तीसरे स्थान पर रहे थे। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ऐतिहासिक जनादेश में 48 सीटें जीतीं, 27 वर्षों के बाद राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता में वापसी की।