Noida News: नोएडा में बैंक लोन के दौरान 4 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है। थाना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में एक उद्योगपति से लोन दिलाने के नाम पर चार करोड़ की ठगी की गई। पीड़ित की शिकायत पर बैंक के दो कर्मचारियों समेत 6 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
2021 में थी लोन की जरूरत
थाना एक्सप्रेसवे के प्रभारी डाॅक्टर विपिन कुमार ने बताया कि संदीप कुमार उद्योगपति है। वर्ष 2021 में संदीप को 10 करोड़ रुपये के लोन की आवश्यकता थी। तब उनकी मुलाकात लोन एजेंट सलमान से हुई। सलमान उसे सेक्टर 18 स्थित आईसीआईसीआई बैंक ले गया। जहां बैंक कर्मी प्रियंका अग्रवाल और रीजनल मैनेजर संतोष सिंह से उसका परिचय कराया गया।
लोन के बदले प्राॅपर्टी गिरवी रखने को कहा
बैंक अधिकारियों ने लोन के बदले प्रॉपर्टी गिरवी रखने की बात कही, लेकिन जब उसने बताया कि उसके पास इतनी बड़ी संपत्ति नहीं है तो आरोपियों ने उसे किसी और की संपत्ति अटैच कर लोन दिलाने का प्रस्ताव दिया। इसके एवज में लोन का 30 प्रतिशत हिस्सा उन्हें देने की शर्त रखी गई।
लोन पास होने के बाद हुआ खेल
पीड़ित ने विश्वास करते हुए 10 करोड़ का लोन पास करवा लिया और आरोपितों को कुल 4 करोड़ रुपये दे दिए। इसमें से 2.30 करोड़ रुपये नकद दिए गए, जबकि 1.70 करोड़ रुपये पीड़ित ने आरोपियों के बताए खातों में ट्रांसफर किए।
ब्याज दर बढ़ा दी
संदीप कुमार ने आरोप लगाया कि बाद में बैंक कर्मियों ने लोन की ब्याज दर में अत्यधिक वृद्धि कर दी। वर्ष 2024 में लोन का रिन्यूअल करने से मना कर दिया। बिना किसी नोटिस के उसे एनपीए घोषित कर दिया गया। जब उन्होंने बैंक से जानकारी ली तो पता चला कि जिस अनिल शर्मा की संपत्ति के दस्तावेजों के आधार पर लोन दिया गया था। वह दस्तावेज फर्जी निकले।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ केस
पीड़ित ने इस मामले में अनिल शर्मा, आशीष जोगिया, लोन एजेंट सलमान, आईसीआईसीआई बैंक के रीजनल मैनेजर संतोष सिंह, बैंक कर्मी प्रियंका अग्रवाल और बैंक के एक मैनेजिंग डायरेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।