मुंबई के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश का कहर शुरू हो गया है। भारतीय मौसम विभाग(IMD) के मुताबिक, विशेषकर कोंकण तथा पश्चिम महाराष्ट्र में अगले कुछ घंटों में भारी बारिश होने की संभावना बताई जा रही है। इसे देखते हुए उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रशासन को सतर्कता बरतते हुए राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं।उपमुख्यमंत्री ने इस संबंध में ठाणे और नासिक के जिलाधिकारियों तथा ठाणे और मुंबई महानगरपालिका आयुक्तों से बातचीत कर आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पालघर और रायगढ़ के जिलाधिकारियों से भी स्थिति की जानकारी ली और राहत कार्यों को लेकर निर्देश दिए।
आपदा प्रबंधन केंद्र 24 घंटे रहेंगे सक्रिय
बता दें कि खासकर रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पालघर और रायगढ़ जिलों में आपदा प्रबंधन केंद्र 24 घंटे सक्रिय रहेंगे और संबंधित अधिकारियों को विशेष सतर्कता और सावधानी के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित न हो, और किसी प्रकार की जनहानि या वित्तीय हानि न हो, इसके लिए प्रशासन को समय रहते प्रभावी कदम उठाने चाहिए।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ ने दिए निर्देश
पूरी प्रशासनिक व्यवस्था को पूरी तरह से तैयार रखने और आवश्यकता पड़ने पर राहत एवं बचाव कार्य तत्परता से करने के निर्देश भी दिए गए। बारिश से जलमग्न सड़कों, पुलों की स्थिति, विद्युत तारों पर विशेष ध्यान देने और जर्जर व खतरनाक इमारतों के संदर्भ में भी सतर्कता बरतने की आवश्यकता बताई गई। मुंबई और ठाणे जैसे स्थानों पर उपनगरीय रेल यातायात सुचारू रूप से कैसे चालू रह सके, और जहाँ बड़ी समस्या हो सकती है वहाँ यात्रियों को परेशानी न हो इसके लिए भी प्रशासन को सतर्क रहने को कहा गया।
7 जिलों में सबसे ज्यादा बारिश होने का अनुमान
उन्होंने कहा कि मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें। अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, और निचले इलाकों में रहने वाले नागरिक विशेष सावधानी बरतें। प्रशासन आपकी सहायता के लिए तत्पर है, लेकिन नागरिकों का सहयोग भी अत्यंत आवश्यक है। इस समय राज्य में मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पुणे और नासिक जिलों में सबसे अधिक बारिश देखी जा रही है। राज्य सरकार स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं, ऐसा उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट किया।