शिवसेना UBT के नेता संजय राउत अकसर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। वे अकसर मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखते हैं। उन्होंने आज फिर कई मुद्दों पर खुलकर बात की। चुनाव आयुक्त SY कुरैशी के बारे में उन्होंने कहा कि वे चुनाव आयोग के सबसे बेहतरीन चुनाव आयुक्तों में से एक थे। मैंने उन्हें नजदीक से देखा है। जब वे चुनाव आयुक्त थे, तब शिवसेना और भाजपा का गठबंधन था।
तब भी हमने यही कहा था कि वह एक निष्पक्ष और बेहतरीन चुनाव आयुक्त हैं। अगर इसी तरह आप कहें कि कोई चीफ जस्टिस मुसलमान है, या कोई चुनाव आयुक्त मुसलमान है, तो यह कौन-सी भाषा है? यह कौन-सी सोच है? यह सब प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने फैलाया है। ऐसे लोग जो देश को तोड़ना चाहते हैं, वे इस देश में रहने के लायक नहीं हैं।
यह भी पढ़ें:BJP के दिल्ली मेयर और डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार कौन? पार्टी ने किया नामों का ऐलान
भाजपा पर उठाए सवाल
संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में हिंदी पहले से चल रही है। जबरदस्ती हिंदी थोपने की कोई जरूरत नहीं है। यह जनता और हम सबका दबाव था कि महाराष्ट्र में अपनी भाषा और संस्कृति के सम्मान के साथ रहा जाए। भाजपा के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यही काम बचा है क्या? अजीत पवार को पार्टी में लिया, एकनाथ शिंदे को लिया, अशोक चव्हाण को लिया, ऐसे बहुत से लोग हैं। अगर मेहुल चोकसी को भी लाते तो उसे भी ले लेते। कितने भ्रष्टाचारियों को अपनी ‘वॉशिंग मशीन’ में डाल दिया है भाजपा ने। यह बातें जनता को भी बताइए, ताकि सच्चाई सामने आए।
राहुल गांधी के बारे में कहा कि बाहर क्या है? ट्रंप तो मोदी के मित्र हैं न तो क्या वो अमेरिका में बात नहीं करते? राहुल गांधी ने कोई मंगल ग्रह या चंद्रमा पर जाकर बात नहीं की है, उन्होंने जमीन पर रहकर धरती पर ही सच बोला है। सच बोलने के लिए जमीन या सीमा की जरूरत नहीं होती। वो जहां भी जाते हैं, सच बोलते हैं। अमेरिका में ट्रंप के खिलाफ आंदोलन चल रहे हैं, वहां के लोग भी तो भारत आकर बात करते हैं, हम तो स्वीकार करते हैं।
यह भी पढ़ें:राज और उद्धव आएंगे साथ…महाराष्ट्र को और क्या चाहिए? पढ़ें सामना का संपादकीय