Maharashtra Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार पिछले कुछ दिनों से केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य में सत्तासीन भाजपा-शिवसेना गठबंधन सरकार पर भी हमलावर हैं। महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार ने इसी कड़ी में रविवार को पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान दोनों सरकारों को निशाने पर लिया है।
इस बीच उन्होंने अपने भतीजे अजित पवार और नरेन्द्र मोदी सरकार दोनों पर हमला बोला। यहां तक कहा दिया कि मोदी सरकार ने प्याज पर निर्या शुल्क 40 प्रतिशत बढ़ाकर गलत काम किया है। इससे किसान प्रभावित होंगे।
राज्य की समस्याओं से सरकार बेखबर
रविवार को पुणे में शरद पवार ने कहा कि राज्य में कई तरह की समस्याएं हैं, लेकिन भाजपा-शिवसेना सरकार इन पर ध्यान नहीं दे रही है। पिछले 6 महीने के दौरान बहुत से प्रोजेक्ट राज्य से बाहर गए, जिस वजह से रोजगार भी चला गया है। सरकार का ध्यान इस ओर नहीं हैं।
केंद्र सरकार के कई निर्णय गलत
राज्य के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने कहा कि किसानों की समस्याओं के मुद्दे पर केंद्र में सत्तासीन नरेन्द्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के कई निर्णय किसान विरोधी हैं।
प्याज पर निर्यात शुल्क बढ़ाना गलत
इसका जिक्र करते हुए कहा कि प्याज पर निर्यात शुल्क बढ़ाने का निर्णय गलत है, जिससे किसानों की समस्या बढ़ेगी। बता दें कि केंद्र सरकार ने प्याज पर निर्यात शुल्क 40 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। यह निर्णय आगामी दिसंबर तक लागू रहेगा। राज्य के पूर्व सीएम ने केंद्र के निर्णय पर सवाल उठाया।
भाजपा कर रही सत्ता का दुरुपयोग
राकांप मुखिया ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के कारण ही कई लोग भारतीय जनता पार्टी के साथ गए हैं। जो लोग भाजपा के साथ गए हैं उनका कहना है कि राज्य के विकास के लिए गए हैं, लेकिन इसमें कोई सच्चाई नहीं है।
ईडी के दुरुपयोग पर केंद्र को घेरा
उन्होंने हवाला देते हुए कहा कि सामना के संपादक संजय राउत जेल जाकर आए, लेकिन भाजपा के साथ नहीं गए। वहीं, अनिल देशमुख 14 महीने जेल रहकर आए, लेकिन वो अपने भूमिका पर कायम रहे। यहां पर बता दें कि एनसीपी के पूर्व राज्यसभा सांसद ईश्वरलाल जैन के 13 ठिकानों पर ईडी ने तलाशी ली ली है। उन्हें शरद पवार के करीबी लोगों में माना जाता है।
उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय मे सोशल मीडिया का इस्तेमाल सही तरीके से होना चाहिए। देश और दुनिया में क्या हो रहा है? इसकी जानकारी सोशल मीडिया के जरिए तक पहुंचाने का काम करें। सत्ता का दुरुपयोग करने वालों को जवाब देना है, तो सोशल मीडिया जैसे साधन को मजबूत करना जरूरी है। यहां पर बता दें कि पिछले सप्ताह भी राकांपा प्रमुख शरद पवार ने भाजपा पर विभिन्न राज्यों के निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है।