NCP leader Jayant Patil: मुंबई के पुणे में आज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) दोनों ही गुटों ने अपना स्थापना दिवस मनाया। एक ओर जहां दोनों दलों के विलय की अटकलें लगाई जा रही थीं। वहीं दूसरी ओर, एनसीपी (शरद पवार) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने संगठन को लेकर एक अहम संकेत दे दिया।
पाटील ने पार्टी प्रमुख शरद पवार से सार्वजनिक रूप से अनुरोध किया कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से मुक्त किया जाए और इस जिम्मेदारी के लिए अब किसी नए चेहरे को मौका दिया जाए। उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश अध्यक्ष पद से मुक्त होने की इच्छा रखता हूं। अब इस पद पर किसी नए नेता को अवसर मिलना चाहिए। जयंत पाटिल ने शरद पवार का आभार भी जताया, जिन्होंने उन्हें इतने सालों तक पार्टी नेतृत्व में बनाए रखा।
7 साल से संभाल रहे थे नेतृत्व
सांगली जिले की इस्लामपुर विधानसभा सीट से विधायक जयंत पाटिल एनसीपी के कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं। वे पिछले सात वर्षों से प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका में हैं। पार्टी के एकसंघ काल में जब अजीत पवार ने उनके अध्यक्षीय कार्यकाल पर सवाल उठाए थे, तब भी शरद पवार ने उन्हें अपना भरोसेमंद नेता मानते हुए पद पर बनाए रखा था।
राजनीतिक संकेत क्या हैं?
जयंत पाटिल का यह कदम केवल पद त्याग की इच्छा नहीं, बल्कि पार्टी संगठन में नई पीढ़ी को मौका देने का स्पष्ट संदेश माना जा रहा है। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि क्या यह पार्टी के दोनों गुटों के संभावित एकीकरण से पहले का एक रणनीतिक कदम है। फिलहाल पार्टी प्रमुख शरद पवार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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