NCP Crisis: शरद पवार ने रविवार को कहा कि अजित पवार का एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फड़णवीस खेमे में जाना डकैती का काम है और कोई छोटी बात नहीं है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) चीफ अपने भतीजे के देवेंद्र फड़णवीस और एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के फैसले पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
अजित पवार के साथ 8 अन्य विधायकों ने भी मंत्रिपद की शपथ ली थी। इनमें दिलीप वलसे पाटिल, छगन भुजबल, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, धमारामराव आत्राम, अदिति तटकरे, संजय बनसोडे और अनिल पाटिल शामिल हैं। शरद पवार ने ये भी स्पष्ट किया कि उनके भतीजे और अन्य विधायकों के भाजपा-शिवसेना सरकार के पक्ष में जानें में उनकी कोई भूमिका नहीं है।
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शरद बोले- अजित की चाल गुगली नहीं, डकैती है
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शरद पवार ने कहा कि अजित पवार की चाल गुगली नहीं बल्कि डकैती है। इस दौरान शरद पवार ने 1980 के दशक की घटना को याद किया जब कई विधायकों ने उनका साथ छोड़ दिया था। पवार ने कहा, “यह कोई नई बात नहीं है। 1980 में मैं जिस पार्टी का नेतृत्व कर रहा था, उसके 58 विधायक थे, बाद में सभी चले गए और केवल 6 विधायक बचे, लेकिन मैंने संख्या बल मजबूत किया और जिन्होंने मुझे छोड़ा वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में हार गए।”
शरद पवार ने आगे कहा कि अजित पवार की बगावत के बाद उन्हें देशभर से कई नेताओं के फोन आए हैं। उन्होंने कहा कि वह 6 जुलाई को एक सार्वजनिक बैठक करेंगे जब वह भविष्य के लिए लक्ष्य निर्धारित करेंगे। विधायक और सभी वरिष्ठ नेता एक साथ बैठकर बागी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई का फैसला करेंगे। शरद पवार ने आगे कहा कि वह प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
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‘सिंचाई घोटाले के आरोपी कैबिनेट में शामिल हुए’, बोले शरद पवार
शरद पवार ने रविवार को शिंदे-फडणवीस कैबिनेट में शामिल हुए मंत्रियों पर लगे आरोपों पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।पवार ने कहा, “राकांपा के जिन विधायकों के नाम सिंचाई घोटाले में थे, उनमें से कुछ अब कैबिनेट में शामिल हो गए हैं। अब यह स्पष्ट है कि राकांपा इस घोटाले का हिस्सा नहीं थी।” उन्होंने एनसीपी विधायकों को एनडीए सरकार में शामिल कर घोटाले के मामलों से एनसीपी का नाम हटाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को ‘धन्यवाद’ भी दिया।
पवार ने यह भी दावा किया कि पीएम मोदी द्वारा पिछली कांग्रेस-एनसीपी सरकार के तहत सिंचाई घोटाले का उल्लेख करने के बाद एनसीपी में कुछ लोग ‘बेचैन’ हो गए। उन्होंने कहा कि जो लोग आरोपी थे और ईडी की कार्रवाई का सामना कर रहे थे, उन्हें मंत्री बनाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि रविवार को शपथ लेने वाले छह या सात राकांपा नेताओं के खिलाफ मामले लंबित हैं।
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