Mumbai News: मुंबई में शनिवार सुबह सड़को पर पुलिसबल की भारी तैनाती देखी गई। अधिकारियों ने बताया कि शहर में 2,500 से अधिक पुलिसकर्मियों को सड़कों पर तैनात किया गया है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 317 पुलिस अधिकारी, 1,870 कांस्टेबल, राज्य रिजर्व पुलिस बल के 22 प्लाटून और दंगा नियंत्रण पुलिस के कम से कम 30 दस्ते मौजूद रहेंगे।
दरअसल, मुंबई आज एक साथ दो बड़े विरोध मार्च देखना का साक्षी बनेगा। पहला विरोध मार्च विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) का है जिसे ‘हल्ला बोल’ नाम दिया गया है। इसमें एमवीए के नेता और कार्यकर्ता एकनाथ शिंदे सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे जबकि दूसरा मार्च सत्तारूढ़ सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का है।
दोनों विरोध मार्च को देखते हुए कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मार्च के रास्ते में पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
एमवीए क्यों कर रही है विरोध प्रदर्शन
शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस के नेताओं के अनुसार, छत्रपति शिवाजी महाराज और महात्मा ज्योतिबा फुले के अपमान को लेकर हम विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा अन्य कारणों में कर्नाटक के सीमावर्ती क्षेत्रों में मराठी भाषियों के खिलाफ अत्याचार, राज्य से बाहर की जा रही औद्योगिक परियोजनाएं और महाराष्ट्र के साथ अन्याय शामिल हैं।
एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के आज एमवीए के ‘हल्ला बोल’ मोर्चा में शामिल होने की संभावना है। इसके बाद वे एक रैली को संबोधित करेंगे। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, “प्रदर्शन एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट और भाजपा की सरकार के खिलाफ लोगों के गुस्से को प्रदर्शित करेगा।”
महा विकास अघाड़ी (एमवीए) का ‘हल्ला बोल’ विरोध जे जे अस्पताल के पास शुरू होगा और दक्षिण मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर समाप्त होगा।
भाजपा इसलिए कर रही है विरोध प्रदर्शन
भाजपा की मुंबई इकाई के प्रमुख आशीष शेलार ने शुक्रवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी शनिवार को मुंबई में ‘माफी मांगो’ विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी और एमवीए से डॉ बीआर अंबेडकर और हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने के लिए माफी मांगने की मांग करेगी।
आशीष शेलार ने कहा कि “शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने अंबेडकर की जन्मभूमि पर विवाद पैदा करने की कोशिश की थी, जबकि एक अन्य नेता सुषमा अंधारे ने भगवान राम, भगवान कृष्ण, संत ज्ञानेश्वर और संत एकनाथ के साथ-साथ वारकरी समुदाय का अपमान किया था।
आरोप लगाया कि संजय राउत ने झूठा बयान दिया कि अम्बेडकर का जन्म महाराष्ट्र में हुआ था, जो उनके जन्मस्थान पर विवाद पैदा करने का एक प्रयास था। डॉ बी आर अम्बेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महू में हुआ था।