Mumbai Music Teacher Fake Currency : शेयर मार्केट में पैसा लगाने के बाद कई लोग मालामाल बन जाते हैं तो कुछ लोग गलत निर्णय के कारण बर्बाद भी हुए हैं। मुंबई में एक म्यूजिक टीचर पकड़ा गया है जो शेयर मार्केट में पैसा गंवाने के बाद अवैध कारोबार में लिप्त हो गया। अब पुलिस ने म्यूजिक टीचर को गिरफ्तार कर लिया है और इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की मुंबई शाखा और मुंबई पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में विक्रोली में एक नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। इस छापेमारी के दौरान 1,800 रुपये नकली नोट जब्त किए गए और इसमें शामिल एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी म्यूजिक टीचर है और शेयर मार्केट में पैसा भी लगाता था। इसका नाम कुलबीर वाड है, जिसे डीआरआई ने पार्कसाइट पुलिस को सौंप दिया है।
क्यों छापता था नकली नोट?
अधिकारियों के अनुसार, वाड ने कथित तौर पर शेयर बाजार में घाटा होने के बाद नकली नोट छापने की बात स्वीकार कर ली है। पार्कसाइट पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया, “आरोपी अपने परिवार के साथ रहता है। वह एक म्यूजिशियन है और संगीत सिखाता है, साथ में स्टॉक ट्रेडिंग में भी शामिल है। उसे स्टॉक ट्रेडिंग में नुकसान हुआ तो नुकसान की भरपाई के लिए नकली नोट छापने लगा।
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12 दिन पहले ही किराए पर लिया था कमरा
छापेमारी के दौरान 50 रुपये के 34 नकली नोट और 100 रुपये का एक नोट जब्त किया गया। एक अधिकारी ने बताया, “जब्त किए गए नोट पहली नजर में फोटोकॉपी जैसे लग रहे थे।” जांच में पता चला कि आरोपी ने 12 दिन पहले ही एक घर की पहली मंजिल पर 10×10 फीट का एक छोटा सा एक कमरा किराए पर लिया था। अभी उसने किराये पर घर लेने की औपचारिकता भी पूरी नहीं की थी, नकली नोट छपाने का कारोबार शुरू ही किया था कि पुलिस को इसकी भनक लग गई।
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DRI की शिकायत के बाद, पार्कसाइट पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 178 (नकली मुद्रा, सिक्के, सरकारी टिकट और बैंक नोट) और धारा 179 (नकली मुद्रा और सरकारी टिकटों का उपयोग) के तहत मामला दर्ज किया है। दरअसल पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी और इसी आधार पर जब छापेमारी हुई तो नकली नोट छापे जाने के मामले का भंडाफोड़ हुआ।