मुंबई/विनोद जगदाले
Mumbai Ganesh Utsav Onion Controversy: महाराष्ट्र में जहां मराठा आरक्षण के मुद्दे को शांत करने में महाराष्ट्र सरकार सफल रही, वहीं गणेश उत्सव की शुरुआत में ही प्याज को लेकर माहोल गरमाता जा रहा है। लासलगांव समेत नासिक की सभी 17 मार्केट कमेटियों में आज से प्याज की नीलामी व्यापारियों ने अनिश्चितकाल के लिये बंद कर दी है। नीलामी बंद होने से प्याज की ख़रीद फरोख्त बंद होगी और सरकारी राजस्व का भी नुकसान होगा
क्या है प्याज व्यापारियों की मांगें
- नाफेड और NCCF द्वारा खरीदा गया प्याज सीधे मार्केट में न बेचा जाए।
- प्याज राशन की दुकानों के जरिये लोगों तक पहुंचाया जाए।
- प्याज पर लगाई गई 40% एक्सपोर्ट ड्यूटी रद्द की जाए।
- मार्केट फीस एक परसेंट की जगह आधा परसेंट की जाए।
- आढ़त (कमीशन) देशभर की प्याज मंडियों में सिर्फ 4% हो।
- रोजाना मार्केट में प्याज प्रति क्विंटल 2410 रुपये या इससे ज़्यादा दाम से प्याज की खरीद की जाए।
नासिक एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी
बता दें कि नासिक में एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी है। इसमें रोजाना 40 करोड़ रुपये का व्यापार होता है। इसी महीने प्याज की इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने के बाद एक दिन के लिये लासलगांव प्याज मंडी समेत अन्य मंडियों में प्याज की खरीद फरोख्त बंद कर दी गई थी, लेकिन सरकार ने नाफेड और NCCF द्वारा प्याज की खरीद शुरू कर दी थी।
पहले चरण में नाफेड और NCCF द्वारा 3 लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदा गया था। अब 2 लाख मीट्रिक टन खरीद चुकी है। अपनी मांगें मनवाने के लिए सरकार दरबार में व्यापारियों की गुजारिश चल रही थी, लेकिन प्रशासन की बेरुखी और बढ़ रहे नुकसान के कारण प्याज व्यापारी फिर से आक्रामक हो चुके हैं।