Mumbai 26/11 Devika Rotawan Minor girl who identified terrorist Kasab: 26 नवंबर 2008 इस तारीख को भारत का कोई भी नागरिक नहीं भूल सकता है। इस दिन आतंकी कसाब और उसके साथियों ने मुंबई पर हमला कर पूरे देश को हिला दिया था। इस हमले में 160 से ज्यादा लोग मारे गए थे। जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए। साथ ही हमारे 10 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे। इस आतंकी घटना को रविवार को 15 साल हो जाएंगे। आतंकी कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाने में देविका रोटावन का बड़ा योगदान था। मुंबई हमले के दौरान देविका को एक गोली पैर में लगी थी। उस समय उनकी उम्र मात्र 9 साल थी और अब वह 24 साल की हो गई हैं और उनका सपना एक आईपीएस अधिकारी बनने का है।
बीए की पढ़ाई कर रही हैं देविका
फिलहाल, देविका मुंबई में हैं और बांद्रा के चेतना कॉलेज में बैचलर ऑफ आर्ट्स (बीए) के अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही है और वह अब कमाई शुरू करने के लिए नौकरी की तलाश में है। उन्होंने बताया कि वह 26 नवंबर 2008 को अपने पिता और भाई के साथ ट्रेन में चढ़ने के लिए मुंबई के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रही थी, तभी उसके दाहिने पैर में गोली लग गई। वह उस भयानक दिन के हर पल को याद कर सिहर जाती हैं। उन्होंने बताया कि लोगों को गोलियां लग रही थी और वे गिर रहे थे, अन्य लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे थे।
News24 अब WhatsApp पर भी, लेटेस्ट खबरों के लिए जुड़िए हमारे साथ
ये भी पढ़ें: रेस्टोरेंट में ग्राहकों की गुंडागर्दी, खाने को लेकर गाली गलौज और मारपीट, मालिक को चाकू मारने का Video वायरल
उन्होंने आगे बताया कि अब भी कभी-कभी पैर में गोली लगने का दर्द महसूस होता है। उन्होंने कहा कि मैं सपने को हासिल करने की पूरी कोशिश करूंगी। अब मैं अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए नौकरी की तलाश कर रही हूं। देविका कहती है कि वह इस बात से वाकिफ हैं कि लोग बहुत बड़ी बात कहने, बहुत जल्दी बोलने और कोई परिणाम न दिखाने के लिए उस पर उंगलियां उठा सकते हैं, लेकिन फिर भी वे नहीं जानते कि इतने सालों में मैं किस संघर्ष से गुजरी हूं।
ये भी पढ़ें: 26/11 आतंकी हमले के बाद मुंबई पुलिस को मिली थीं 46 नावें, आज सिर्फ 8 ही है एक्टिव