Manoj Jarange on Maratha Reservation : मराठा आरक्षण को लेकर आमरण अनशन के चौथे दिन मनोज जरांगे पाटिल आक्रामक नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा, मेरी तबियत जितनी खराब होगी, उतने ही लोग इकट्ठा होंगे। बता दें कि मनोज जरांगे पाटिल को प्रकाश अंबेडकर का साथ मिल गया है। जरांगे ने ऐलान करते हुए कहा, धनगर समाज और मुस्लिम समाज भी आरक्षण को लेकर हमारे साथ हैं। इन समुदायों का कहना है कि जो होता है, होने दो। इससे साफ है कि आने वाले दिनों में मराठा-दलित-धनगर-मुस्लिम एक साथ आने वाले हैं।
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सरकार को चेतावनी
मनोज जरांगे पाटिल ने महाराष्ट्र के नेताओं को भी खुली चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि आरक्षण नहीं मिला तो नेताओं को उनके घर के दरवाजे भी नहीं मिलेंगे, इतना ही नहीं जरांगे ने कहा कि आरक्षण नहीं मिला तो देश भर के 23 करोड़ मराठा और धनगर एक साथ आएंगे तो सरकार की मुश्किल बढ़ जायेगी ।बता दें कि जरांगे की तरफ से सरकार से 11 सवाल पूछे गये थे, लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी जवाब नहीं आया।
जरांगे की मांग
मराठा आरक्षण को लेकर आमरण अनशन कर रहे जरांगे आज खुलकर ओबीसी समाज के खिलाफ बोलने लगे हैं। उन्होंने कहा कि भाटिया कमीशन ने बताया था कि महाराष्ट्र में 37% ओबीसी हैं इसलिए समाज में जिस समुदाय की जितनी भागीदारी होती है, उसको आधे हिस्से का आरक्षण मिलता है। जरांगे ने कहा, इसी तरह ओबीसी का 18% आरक्षण है बाकि के हिस्से का आरक्षण हमारा है वो हमे मिले।
शिंदे समिति की बुलाई बैठक
वहीं सरकार पर मराठा और दूसरे समाज का बढ़ता गुस्सा देख अब सीएम एकनाथ शिंदे ने मराठा समाज के आरक्षण के लिए गठित ‘शिंदे समिति’ की सोमवार की सुबह 10 बजे मंत्रालय में बैठक बुलायी है। इस समिति ने अब तक क्या काम किया है, इसका जायजा लिया जायेगा और इसकी रिपोर्ट आरक्षण उप समिति को दी जायेगी। जरांगे ने सीएम और डिप्टी सीएम को दो दिन का वक्त देते हुए कहा है कि आप यहां आओ और आरक्षण की घोषणा करो, कोई मराठा आपको यहां आने से रोकेगा नहीं। उन्होंने कहा कि अनशन तभी खत्म होगा, जब तक आरक्षण नहीं मिल जाता।