Maharashtra Naxal terror policeman brutally murdered: मुंबई, (इंद्रजीत सिंह)। महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित गढ़ चिरौली जिले में नक्सलियों ने पुलिसकर्मी पाटिल की हत्या कर दी है और हत्या के बाद शव के पास एक पर्चा भी छोड़ा है। इस पर्चे में दावा किया गया है कि आदिवासी जल, जंगल और जमीन बचाने के लिए अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन लालसू वेलदा जैसे लोग उनकी आवाज दबाने के लिए आदिवासी विरोधी काम कर रहे हैं। गांव के लोगों की खबरें एसडीपीओ तक पहुंचा रहे हैं।
वारदात गढ़चिरौली जिले के टिटोला गांव में हुई
पर्चे में चेतावनी दी गई है कि वो लोग जो आदिवासियों की आवाज दबाने में प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं वो तत्काल सुधर जाएं, अन्यथा जनता कभी माफ नहीं करेगी। सूत्र इस घटना को नक्सलियों द्वारा टारगेट किलिंग बता रहें हैं क्योंकि मृतक पुलिस पाटिल लालसु वेलदा ने अपने गांव के कई युवकों को माइनिंग कारखानों में काम पर भी लगावाया था, जिसको लेकर नक्सली काफी नाराज थे। हत्या की ये वारदात गढ़चिरौली जिले के टिटोला गांव में हुई। बताया जाता है कि पुलिस पाटिल की हत्या पत्थर से कुचलकर की गई है। हत्या की जिम्मेदारी भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ( माओवादी ) की गढ़चिरौली डिविजन ने ली है।
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महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों ने पुलिस पाटिल की पत्थर कुच-कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं उन्होंने धमकी भरा पर्चा भी छोड़ा है कि जो लोग प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं वो तुरंत सुधार जाए। इस हत्या की जिम्मेदारी भाकपा माले की गढ़चिरौली डिविजन ने ली है। #maharashtra pic.twitter.com/CPgvTqFoaD
— Khursheed Baig (@khursheed_09) November 25, 2023
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जानकारी के अनुसार, लालसु वेलदा पुलिस पाटिल थे। जबकि उनका एक बेटा गढ़चिरौली पुलिस के C-60 में कमांडो है और दूसरा बेटा सुरजागढ़ खदान में काम कर रहा है। टिटोला गांव हेडरी पुलिस थाना क्षेत्र के जांबिया ग्राम पंचायत के अंतर्गत आता है। नक्सलियों ने लालसु वेलदा को सूरजागढ़ माइन का दलाल और पुलिस एजेंट बताते हुए हत्या का दावा किया है।
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