Sameer Bhujbal Resign: महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। जिसके लिए राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, लेकिन इस चुनाव से पहले एनसीपी अजित पवार गुट को बड़ा झटका लग गया है। गुरुवार को NCP मुंबई अध्यक्ष समीर भुजबल ने इस्तीफा दे दिया।
वह नासिक के नांदगाव-मनमाड से निर्दलीय चुनाव लड़ने जा रहे हैं। समीर भुजबल दिग्गज नेता छगन भुजबल के भतीजे हैं। सूत्रों के मुताबिक समीर भुजबल शरद पवार के पास भी गए थे, लेकिन उन्होंने भी उन्हें टिकट नहीं दिया। न ही उन्हें अपनी पार्टी जॉइन करवाई।
#NCP minister Chagan Bhujbal nephew & #Mumbai NCP President #Sameer Bhujbal resigns from his post. He was denied party ticker. He likely to contest as independent or explore options of joining NCP SP and #Shiv Sena (UBT) to contest from Nandgaon against Shiv Sena MLA Suhas Kande. pic.twitter.com/bmrWP3c3Qa
— shinenewshyd (@shinenewshyd) October 24, 2024
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प्रदेश अध्यक्ष को इस्तीफे के लिए कहा था
दरअसल, कुछ समय पहले ही अजित पवार ने प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे से समीर भुजबल का इस्तीफा मांगने के लिए कहा था। आखिरकार गुरुवार को समीर भुजबल ने इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे के साथ भेजे गए पत्र में यह भी बताया है कि वह नंदगांव से चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
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सुहास कांडे से मिल सकती है चुनौती
समीर नंदगांव निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। यह सीट शिंदे गुट के पास है। ऐसे में समीर भुजबल के पास निर्दलीय लड़ने या महाविकास अघाड़ी में शामिल होने का विकल्प बचा। दूसरी ओर, सुहास कांडे को महायुति से टिकट मिलने की संभावना है। ऐसे में समीर भुजबल को सुहास कांडे से चुनौती मिल सकती है।
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सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत
इससे पहले एनसीपी अजित पवार गुट को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अजित पवार गुट के पास ही एनसीपी का चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ रहेगा। हालांकि इसका इस्तेमाल डिस्क्लेमर के साथ करना होगा। डिस्क्लेमर में बताना होगा कि इस चुनाव चिह्न से जुड़ा विवाद कोर्ट में लम्बित है। इसके साथ ही पार्टी का शरद पवार से कोई संबंध नहीं है।
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