Jayant Patil: एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार को अबतक का सबसे बड़ा झटका लगने जा रहा है। पार्टी में टूट होने के बाद एनसीपी पवार गुट के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल अब महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने जा रहे हैं। सीनियर पवार की पार्टी को महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए खड़ा करने की जिम्मेदारी उन्हीं के ऊपर है। सूत्रों के अनुसार, जयंत पाटिल अमित शाह से मुलाकात कर चुके हैं। महाराष्ट्र सरकार के तीसरे मंत्रिमंडल विस्तार में जयंत को बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी।
डवलपमेंट फंड देकर किया था खुश
शरद पवार के बेहद करीबी और अजीत के पार्टी में रहते घोर विरोधी रहे जयंत पाटिल को हाल ही में हुए मानसून सत्र में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने सरकारी तिजोरी से उन्हें मोटी रकम का डवलपमेंट फंड देकर खुश किया था। पार्टी की स्थापना से लेकर टूट होने तक अजीत पवार और प्रफुल्ल पटेल में कभी नहीं बनी, लेकिन अजीत पवार की बगावत में कंधे से कंधा मिलाते हुए प्रफुल्ल पटेल नजर आए। बता दें कि पटेल की बड़ी प्रॉपर्टी ईडी ने ज़ब्त की है।
जयंत पाटिल ने सिरे से नकारी मुलाकात की खबरें
बहरहाल, जयंत पाटिल ने अमित शाह से मुलाक़ात को सिरे से नकार दिया है। पाटिल का कहना है कि इसका प्रूफ देना चाहिए। मेरी मुलाकात का प्रूफ क्या है। मैं रात 2 बजे तक मीटिंग में था। सुबह शरद पवार से मिलने गया। अब इस बीच अमित शाह से कब मिलने गया मुझे खुद नहीं पता। सीएम एकनाथ शिंदे नई सरकार बनने से पहले दर्जनों बार अमित शाह और फड़नवीस से मिले, लेकिन उन्होंने हमेशा खबरों का खंडन किया।
सवाल उठना लाजिमी
अजीत पवार सरकार में शामिल होने के बाद महाराष्ट्र में चर्चा जोरों पर थी कि भतीजे को चाचा का ही आशीर्वाद है, लेकिन पवार ने कहा मैं महाविकास अघाड़ी के साथ रहूंगा। उसके बाद शरद पवार कांग्रेस और शिवसेना UBT के विरोध के बावजूद भी मोदी के साथ मंच पर नजर आए थे। अब जयंत पाटिल एनसीपी अजीत गुट में शामिल होते हैं तो सवाल यह उठेगा कि क्या उन्हें राजनीति के मंझे कलाकार शरद पवार ने ही वहां भेजा है।