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मुंबई

Boycott Turkey: JNU के बाद अब IIT बॉम्बे ने किया तुर्की का बायकॉट, यूनिवर्सिटीज से तोड़ा MoU

Boycott Turkey: भारत के साथ हाल ही में तनाव के दौरान पाकिस्तान को तुर्की ने अपना समर्थन दिया। इसके बाद भारत में तुर्की का विरोध बढ़ गया। तुर्की के साथ बिजनेस के बाद अब भारतीय यूनिवर्सिटीज अपना MoU तोड़ रही हैं।

Author Edited By : Shabnaz Updated: May 18, 2025 11:07
Boycott Turkey

Boycott Turkey: भारत में पिछले कई दिनों से तुर्की का विरोध किया जा रहा है। इसके लिए भारत में तुर्की का मार्बल और सेब का व्यापार बंद करने का ऐलान किया गया। अब देश के बड़े संस्थान भी तुर्की के साथ अपने MoU को निलंबित करने का ऐलान कर रहे हैं। JNU, जामिया मिल्लिया इस्लामिया और IIT रुड़की समेत कई भारतीय शैक्षणिक संस्थान ये कदम पहले ही उठा चुके हैं। अब इस कड़ी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे का नाम भी शामिल हो गया है। दरअसल, IIT बॉम्बे ने एक्स पर पोस्ट कर MoU को निलंबित करने की जानकारी दी है।

IIT बॉम्बे ने दी जानकारी

तुर्की का बायकॉट करने की जानकारी IIT बॉम्बे ने अपने एक्स हैंडल पर दी। इसमें लिखा गया कि ‘तुर्की से जुड़ी वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति के चलते IIT बॉम्बे तुर्की विश्वविद्यालयों के साथ अपने समझौतों को अगली सूचना तक निलंबित करने पर विचार किया जा रहा है।’ आपको बता दें कि तुर्की ने भारत के खिलाफ पाकिस्तान को समर्थन और सैन्य सहायता दी थी। इसके बाद से ही तुर्की के साथ सभी संबंध तोड़ने की मांगें बढ़ती गईं। इसी को देखते हुए तुर्की के विश्वविद्यालयों के साथ अपने समझौतों को निलंबित करने का फैसला लिया गया है। IIT बॉम्बे ने छात्रों और फैकल्टी से कहा है कि ‘वे तुर्की से जुड़े किसी भी एक्सचेंज या रिसर्च प्रोग्राम को लेकर आधिकारिक सूचना का इंतजार करें।’

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इसके पहले भी कई संस्थान ले चुके हैं फैसला

IIT बॉम्बे से पहले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) और जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI) जैसे बड़े संस्थानों ने या तो तुर्की विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग निलंबित कर दिया है या इसी तरह की कार्रवाई पर करने पर बात कर रहे हैं। JNU ने तुर्की के इनोनू विश्वविद्यालय के साथ अपने समझौता ज्ञापन (MoU) को निलंबित कर दिया है। वहीं, जामिया मिलिया इस्लामिया ने भी राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए तुर्की संस्थानों के साथ सभी प्रकार के सहयोग को रोकने का ऐलान किया है।


इसके अलावा, IIT रुड़की ने भी तुर्की के इनोनू विश्वविद्यालय के साथ समझौता ज्ञापन को औपचारिक रूप से रद्द कर दिया है। संस्थान ने लिखा कि ‘हम वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो इसकी शैक्षणिक प्राथमिकताओं को दर्शाता है और राष्ट्रीय हित को बनाए रखता है।’

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First published on: May 18, 2025 08:40 AM

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