BJP Minister Vijay Shah Controversy: कर्नल सोफिया कुरैशी पर शर्मनाक बयान देने वाले मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। मंत्री ने रायकुंडा गांव में 12 मई को कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकवादियों की बहन बताया था। इस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक नया आदेश दिया है, जिसके बाद मध्य प्रदेश सरकार ने SIT का गठन किया है। आपको बता दें कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने SIT बनाने के आदेश दिए थे। इस केस की जांच की जिम्मेदारी 3 अधिकारियों को दी गई है।
टीम में तीन अफसर
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद SIT का गठन हुआ। इस स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम में एमपी कैडर के ऐसे तीन अफसरों को लिया गया है। अफसरों में सागर के IG प्रमोद वर्मा, DIG कल्याण चक्रवर्ती और डिंडौरी SP वाहिनी सिंह का नाम शामिल है। इनमें से दो राजस्थान के और एक आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं। टीम का गठन करते हुए इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है कि इसमें शामिल अधिकारियों का सीधे तौर पर मध्य प्रदेश से कोई संबंध न हो। अब से इन तीनों IPS अधिकारियों के हाथ में मामले की पूरी जांच होगी। दरअसल, कोर्ट ने इस केस की जांच IPS अधिकारियों से कराने की बात कही थी।
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क्या है पूरा मामला?
वन मंत्री विजय शाह ने सोफिया कुरैशी को लेकर एक विवादित बयान दिया, जिसमें उन्होंने कर्नल को आतंकवादियों की बहन कहा था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। इसके बाद ही मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन हुए, जिसमें लोगों की काफी नाराजगी देखने को मिली। हालांकि, विजय शाह ने बाद में इसके लिए माफी भी मांगी। इस पर कोर्ट ने कहा था कि ‘बिना सोचे जो किया और अब माफी मांग रहे हैं, हमें आपकी माफी नहीं चाहिए। अब इस मामले से कानूनी तौर पर निपटा जाएगा।’
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