MP Politics: मध्य प्रदेश की सियासत के लिहाज से शनिवार का दिन अहम रहा। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के गढ़ कहे जाने वाले राघोगढ़ में सभा करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। दोनों नेता यहां आयोजित लाड़ली बहना सम्मेलन में पहुंचे थे।
सिंधिया ने गाया-हम होंगे कामयाब
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राघोगढ़ में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि गाना भी गाया। सिंधिया ने ‘हम होंगे कामयाब एक दिन’ गाना गाया। जिसके सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। सिंधिया ने कहा कि ‘1977 से एक ही परिवार चक्की पीस रहा है। क्योंकि यहां उलटी विकास की गंगा चल रही है। सड़क, बिजली की किल्लत आज भी यहां देखने को मिल रही है। लेकिन अब शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में परिवर्तन की बयार राघोगढ़ में शुरू होगी।
सिंधिया ने इशारों-इशारों में साधा निशाना
सिंधिया यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि ‘एक थी बाप बेटे की जोड़ी निराली, कर दी उन्होंने मध्यप्रदेश की झोली खाली। रावण जैसा अहंकार रहता सिर पर सवार, न उठे अपनी ऊंची गद्दी से एक इंच भी, नाम है उनका ‘बंटाधार’। ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार दिग्विजय सिंह पर इतने हमलावर दिखे।
सीएम शिवराज बोले-विकास की योजनाएं बंद कर दी
सीएम शिवराज ने भी दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘एक बार सोचिए कमलनाथ-दिग्विजय सिंह ने क्या किया मध्यप्रदेश के विकास के लिए? बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा बंद कर दी। संबल योजना बंद कर दी। मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप देना बंद कर दिए। जनहित की योजनाएं बंद कर दी थीं कमलनाथ-दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश में। लेकिन मध्य प्रदेश का विकास जरूरी है। मैंने आपको वचन दिया था कि हर महीने की 10 तारीख को लाड़ली बहना योजना का पैसा आपके खातों आएगा। 10 तारीख फिर से आने वाली है। सीएम ने कहा कि मेरी जिंदगी का मिशन और भाजपा का लक्ष्य अपनी गरीब बहनों की जिंदगी बदलना है।’
सीएम ने कहा कि ‘ राघौगढ़ के विकास में सरकार कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। वर्ष 2003 से पूर्व राघौगढ़ में न सड़क थी, न बिजली और न ही पीने का पानी था। सड़कों की हालत भी बहुत ही खराब थी। 2003 के बाद हमने यहां विकास के अनेक कार्य किए हैं और विकास की गति को हम रूकने नहीं देंगे।’
पहली बार सिंधिया-शिवराज ने साथ की सभा
बता दें कि गुना जिले की राघोगढ़ विधानसभा सीट कांग्रेस का सबसे मजबूत गढ़ मानी जाती है। यहां दिग्विजय सिंह के परिवार का दबदबा दिखता है। पिछले दो चुनावों से उनके बेटे जयवर्धन सिंह यहां से विधायक चुने जा रहे हैं। लेकिन पहली बार बीजेपी यहां पूरी ताकत लगाती नजर आ रही है। ऐसा पहली बार हुआ जब बीजेपी में आने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया और सीएम शिवराज ने राघोगढ़ में चुनावी सभा की है।