Madhya Pradesh Renewable Energy Sector: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव प्रदेश के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इसके अलावा वह रिन्यूएबल एनर्जी के सेक्टर में राज्य को सबसे आगे लेकर जाना चाहते हैं। इसके लिए सीएम मोहन यादव राज्य स्तर पर तेजी से काम कर रहे हैं। इसी सिलसिल में प्रदेश के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सोलर एनर्जी के विजन और मार्गदर्शन के साथ जल्द ही रिन्यूएबल एनर्जी के सेक्टर में देश के लीडिंग राज्यों की सूची में शामिल होगा।
आज निवास कार्यालय भोपाल में प्रेस वार्ता के माध्यम से पत्रकार बंधुओ को संबोधित किया।
---विज्ञापन---माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के सौर ऊर्जा के विजन एवं मार्गदर्शन तथा प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय श्री @DrMohanYadav51 जी के कुशल नेतृत्व में मध्यप्रदेश नवकरणीय ऊर्जा के… pic.twitter.com/743kOE1Rq2
— Rakesh shukla ( मोदी का परिवार ) (@RakeshshuklaMLA) October 23, 2024
---विज्ञापन---
राज्य सरकार का रिन्यूएबल एनर्जी प्लान
राकेश शुक्ला ने कहा कि राज्य में साल 2012 में रिन्यूएबल एनर्जी सॉर्स से स्थापित प्लांट की क्षमता 500 मेगावॉट से भी कम थी, जो पिछले 12 सालों में बढ़ कर अब करीब 7 हजार मेगावॉट हो गई है। इस तरह से प्रदेश की कुल ऊर्जा क्षमता में रिन्यूएबल एनर्जी का हिस्सा बढ़कर करीब 21 प्रतिशत हो गया है। आने वाले सालों में रिन्यूएबल एनर्जी के प्लांट की स्थापित क्षमता को बढ़ाकर 20 हजार मेगावॉट तक ले जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए राज्य सरकार ने इस साल 21 अक्टूबर को धार और सागर जिले में 300-300 मेगावॉट क्षमता की सोलर पार्क प्रोजेक्ट को सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी गई है। प्रोजेक्ट से प्रोड्यूस होने वाली बिजली का क्रय MPPMCL की तरफ से निविदा के जरिए न्यूनतम दर निर्धारित कर किया जाएगा, इससे प्रदेश को सस्ती बिजली मिल पाएंगी।
यह भी पढ़ें: ‘बड़े उद्योगों के लिए पॉलिसी में बदलाव करेगी मध्य प्रदेश सरकार’, कॉन्क्लेव में CM मोहन यादव की घोषणा
सोलर एनर्जी के सेक्टर में तेजी
मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा कि मध्य प्रदेश सौर ऊर्जा से समृद्ध प्रदेश है। इसमें सोलर एनर्जी के सेक्टर में तेजी से विकास किया जा रहा है। इसमें रीवा का गुढ़ प्रोजेक्ट, पश्चिम में ओंकारेश्वर और नीमच प्रोजेक्टस, उत्तर में मुरैना की प्रस्तावित प्रोजेक्ट, मध्य और दक्षिण में सागर द्वारा प्रस्तावित प्रोजेक्ट शामिल है। कैबिनेट मंत्री बताया कि प्रदेश के रीवा जिले में पहले से ही 750 मेगावॉट क्षमता का एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट स्थापित है। प्रदेश में किसानों को भी सोलर एनर्जी प्रोड्यूर बनने का मौका दिया जा रहा है।