Madhya Pradesh Gwalior Zoo: मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार लगातार प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए काम कर रहे हैं। हाल ही में ग्वालियर में ‘रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव’ का आयोजन किया गया। इस ‘रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव’ से प्रदेश में 8 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आया है। इसी बीच ग्वालियर से जुड़ी एक और अच्छी खबर आई है। दरअसल, ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान चिड़ियाघर में जल्द ही एक नया सदस्य आने वाला है।
नगर निगम आयुक्त श्री अमन वैष्णव ने गांधी प्राणी उद्यान चिड़ियाघर और उषा किरण पैलेस का निरीक्षण कर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। pic.twitter.com/Te9KpqorCk
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ग्वालियर चिड़ियाघर में चिंपांजी की एंट्री
जानकारी के अनुसार, चिड़ियाघर प्रबंधन ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान चिड़ियाघर में चिंपांजी लाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए ग्वालियर चिड़ियाघर प्रबंधन द्वारा लगातार सेंट्रल जू अथॉरिटी से इस विषय पर संपर्क किया जा रहा है। जल्द ही ग्वालियर चिड़ियाघर में चिंपांजी आ सकते हैं, जो सेलेनियों के लिए बेहद आकर्षण का केंद्र होंगे।
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जू अथॉरिटी के नियम
चिड़ियाघर प्रभारी के नगर निगम उपायुक्त प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि ग्वालियर के चिड़ियाघर में पहले भी चिंपांजी रह चुके है। उस समय में भारत के बहुत कम चिड़ियाघर ऐसे थे जहां चिंपांजी हुआ करते थे। लेकिन उस चिंपांजी की मौत हो जाने के बाद इस चिड़ियाघर में दूसरा चिंपांजी नही आ सका। चिंपांजी को बाहर से लाना होता है ऐसे में सेंटर जू अथॉरिटी के नॉर्म्स के अनुसार कुछ बाहर के एनिमल्स भी हम यहां रख सकते हैं। ऐसे में नए कमिश्नर और महापौर के द्वारा बैठक के बाद फैसला लिया गया है कि ग्वालियर चिड़ियाघर में चिंपांजी रखा जाए, यहां जू अथॉरिटी के नियम अनुसार पर्याप्त स्पेस मौजूद है। ऐसे में जल्द ही चिंपांजी ग्वालियर चिड़ियाघर में लाया जा सकता है।
बता दें कि ग्वालियर का गांधी प्राणी उद्यान चिड़ियाघर देश का इकलौता ऐसा चिड़ियाघर है जहां सक्सेसफुल ब्रीडिंग के बाद टाइगर्स की संख्या 12 हो गयी है। इसमें से 5 सफेद और 7 येलो रॉयल बंगाल टाइगर है।