Madhya Pradesh Govt Primary School: मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार द्वारा प्रदेश को हर एक क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम किया जा हैं। राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे इन कामों का अच्छा असर भी अब देखने को मिल रहा है। इसका एक उदाहरण ग्वालियर शहर की खल्लासीपुरा शिंदे की छावनी बस्ती का छोटा सा सरकारी प्राथमिक स्कूल मोतीमहल है। इस छोटे से सरकारी स्कूल में बच्चों को स्मार्ट क्लास में पढ़ाया जाता है। इसके अलावा स्कूल के बच्चे योगाभ्यास में भी निपुण हैं। सरकारी स्कूल के सामने बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूल भी फीके हैं। आकर्षण का केंद्र बनने वाला यह स्कूल आज से 6 साल पहले मौजूद होने के बाद भी गुमनाम था। शिक्षक दिनेश चाकणकर और समाजसेवी अंजली गुप्ता बत्रा की मेहनत और कोशिशों ने इस स्कूल का कायाकल्प कर दिया।
एक कमरे में चलता था स्कूल
सरकारी प्राथमिक स्कूल मोतीमहल के शिक्षक दिनेश चाकणकर बताते है कि पहले यह स्कूल केवल एक छोटे से कमरे में चलाया जाता था। साल 2017-18 में यहां ट्रांसफर होने के बाद दिनेश चाकणकर ने समाजसेवी अंजली गुप्ता के साथ मिलकर स्कूल को बेहतर बनाने का काम शुरू किया। दिनेश चाकणकर ने बताया कि पहले उन्होंने खुद ही स्कूल के लिए सुविधाएं जुटाने का काम किया। इसके बाद जब स्कूल की ख्याति बढ़ी तो प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर समेत शहर के बाकी समाजसेवियों ने भी स्कूल के विकास में सहयोग दिया।
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ऊर्जा मंत्री ने की मदद
इस स्कूल के शिक्षकों और बच्चों की लगन देखकर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने राज्य सरकार की योजनाओं के तहत इस स्कूल का विस्तार किया। स्कूल में सरकार की तरफ से एक एक्सट्रा क्लास, सामूहिक कार्यक्रमों के लिए एक बड़ा हॉल और छात्राओं के लिए अलग से शौचालय बनवाया। इसके साथ ही पूरे स्कूल की रंगाई-पुताई भी करावाई गई। वहीं समाजसेवी अंजली गुप्ता की मदद से इस स्कूल में स्मार्ट क्लास तैयार की गई, जिसमें बच्चे पढ़ाई करते हैं। यहां बच्चों की दिनचर्या में योगाभ्यास शामिल है।