Betul Child Rescue: मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के मंडावी गांव में 55 फीट गहरे बोरवेल में फंसे आठ साल के तन्मय को बचाने के लिए पिछले 68 घंटे (खबर लिखे जाने तक) से रेस्क्यू जारी है। रेस्क्यू अभियान को लेकर तन्मय के परिजन ने सवाल उठाए हैं और जल्द से जल्द बेटे को सकुशल निकाले जाने की गुहार लगाई है।
तन्मय की मां ज्योति साहू ने कहा, “कुछ भी हो, मेरा बच्चा मुझे दे दो। किसी नेता या अधिकारी का बच्चा होता तो क्या इतना समय लगता?” ज्योति साहू ने कहा कि इतना समय बीत गया और वे कुछ नहीं कह रहे हैं। मुझे देखने भी नहीं दे रहे हैं।
ज्योति ने कहा कि तीन दिन गुजर चुके हैं और ये लोग कहते हैं कि दो-चार घंटे और। मुझे कुछ नहीं चाहिए, मेरे बेटे को निकालो। मैं अपने बच्चे को एक बार देखना चाहती हूं, चाहे वह कुछ भी हो, बस उसे बाहर निकालो। बता दें कि तन्मय मंगलवार को 400 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। बताया जा रहा है कि तन्मय 55 फीट की गहराई पर फंसा हुआ है। रेस्क्यू में जुटी टीम उस तक पहुंचने की पूरी कोशिश कर रही है।
बच्चे की सलामती के लिए गांव में गायत्री मंत्र का जाप
आठ साल के तन्मय की सलामती के लिए उसके गांव में गायत्री मंत्र का जाप किया जा रहा है। बैतूल के अतिरिक्त जिलाधिकारी (ADM) श्यामेंद्र जायसवाल ने अपडेट देते हुए कहा, “हमने 45 फीट तक खुदाई पूरी कर ली है और अब एक टनल खोदना शुरू कर दिया गया है जिसके जरिए बच्चे तक पहुंचा जाएगा।”
उन्होंने कहा कि अब हम बच्चे के पास पहुंच गए हैं और यह एक बहुत ही संवेदनशील स्थिति है इसलिए अब टनल को हाथ से खोदा जा रहा है और तन्मय तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।
6 दिसंबर की शाम पांच बजे बोरवेल में गिरा था तन्मय
तन्मय 6 दिसंबर की शाम करीब 5 बजे खेत में खेलते समय बोरवेल में गिर गया और अगले एक घंटे में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया। तन्मय के पिता सुनील साहू ने कहा, “मेरी 12 साल की बेटी ने उसे बोरवेल में गिरते हुए देखा और घटना की जानकारी दी। हम तुरंत मौके पर पहुंचे। उसकी सांस चल रही थी और हमने पूछताछ करते हुए उसकी आवाज सुनी। बचाव अभियान 6 दिसंबर को शाम 6 बजे से शुरू किया गया था।”
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), होमगार्ड और स्थानीय पुलिस कर्मी पिछले तीन दिनों से रेस्क्यू में जुटे हैं। उधर, तन्मय की शिक्षिका गीता मानकर ने कहा, ‘तन्मय तीसरी कक्षा का छात्र है। उसके स्कूल के शिक्षकों सहित उसके स्कूल के बच्चों ने उसकी सुरक्षा के लिए गायत्री मंत्र का जाप किया। शिक्षकों और छात्रों ने भगवान से प्रार्थना की है कि तन्मय बोरवेल से सुरक्षित बाहर आ जाए।”