एक शख्स को प्यासे जानवरों को पानी पिलाने पर नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया। मामला मध्य प्रदेश का है और प्यासे जानवरों को पानी पिलाने वाले शख्स का नाम सत्यनारायण गुर्जर है। वह मध्य प्रदेश वन विभाग में ड्राइवर है। आजकल वह कूनो नेशनल पार्क में कार्यरत है। ड्यूटी करते हुए उसने एक पेड़ के नीचे 5 चीतों को प्यासे बैठै देखा तो उसने उनको पानी पिला दिया।
उसके सहयोगी ने इस दौरान वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया। सत्यनारायण ने जिस तरह जानवरों को पानी पिलाया, लोगों का दिल छू गया, लेकिन वन विभाग ने इसे नियमों का उल्लंघन माना और नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर ने सत्यनारायन को सस्पेंड कर दिया। साथ ही उसके खिलाफ विभागीय जांच बिठा दी।
Offering water or milk to #cheetahs by villagers is not a good sign for #wildlife conservation. This may lead to dangerous consequences. As usual, the forest is undisturbed.@CMMadhyaPradesh @ntca_india @PMOIndia @KunoNationalPrk @Collectorsheop1 pic.twitter.com/3iIIYbd8Kn
---विज्ञापन---— ajay dubey (@Ajaydubey9) April 5, 2025
करीब 40 सेकंड का क्लिप
बता दें कि सोशल मीडिया पर करीब 40 सेकंड का वीडियो आया था। यह वीडियो मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में कूनो नेशनल पार्क में बनाया गया था। वीडियो में देख सकते हैं कि 5 चीतों का परिवार पेड़ की छाया में लेटा हुआ दिखाई दे रहा था। सत्यनारायण गुर्जर अपने हाथ में पानी का एक जरीकैन लेकर सावधानी से चीतों के परिवार के पास पहुंचता है।
चीतों से कुछ फीट दूर होते गुर्जर रुकता है। एक स्टील की प्लेट में पानी डालता है। कैमरे के पीछे से कुछ लोगों को यह कहते हुए सुना गया कि आओ, आओ। चीते उठे और तुरंत ही गुर्जर के पास पहुंच गए। फिर उन्हें प्लेट से पानी पीते हुए देखा गया। गुर्जर भी चीतों के पास बैठ जाता है और कैन से प्लेट में पानी डालता है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, वायरल वीडियो के बारे में पूछे जाने पर चीता परियोजना के निदेशक उत्तम कुमार शर्मा ने अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। बता दें कि इस समय भारतीय धरती पर पैदा हुए 11 शावकों के साथ 17 चीते कूनो नेशनल पार्क के जंगल में घूम रहे हैं, जबकि 9 बाड़ों में रहते हैं।