Khargone Bus Accident: खरगोन में हुए बस हादसे में 24 लोगों की मौत हुई है। जबकि 30 से ज्यादा घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा गंभीर रूप से घायल 7 लोगों को इंदौर रेफर किया गया है। इस बीच खरगोन जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल भी खरगोन पहुंचे जहां उन्होंने हादसे में घायल हुए लोगों से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि इस मामले में आरटीओ की लापरवाही भी सामने आई है।
आरटीओं पर लापरवाही का आरोप
मंत्री कमल पटेल ने घायलों से मुलाकात के बाद कहा कि आरटीओ पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उन्होंने कहा कि आरटीओ की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। आरटीओ जो परमिट जारी करता है, उससे अधिक क्षमता में बसों में सवारियों को बैठाया जाता ह। जबकि ड्राइवर तेजी से बसों को दौड़ाते हैं, जिसके चलते इस तरह के हादसे होते हैं। लेकिन आरटीओ की तरफ से न तो इस तरह की चैकिंग की जाती है। न ही अन्य बातों का ध्यान रखा गया।
आरटीओ विभाग को ओवरलोडिंग बस की चेकिंग करना थी, क्योंकि 35 सवारी की जगह बस में 67 सवारी बैठी हुई थी। बस हादसे में 24 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है, फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है और भी दोषी अधिकारियों को निलंबित करने का काम भी मध्य प्रदेश सरकार करेगी। फिलहाल घायलों को 50-50 हजार मृतकों को 4 ,4 लाख मुआवजा देने की घोषणा सरकार ने की है।
7 लोग इंदौर रेफर
खरगोन बस हादसे में 40 से ज्यादा घायलों को खरगोन के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि 24 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि अति गंभीर रूप से घायल 7 लोगों को इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकि का खरगोन के निजी अस्पताल में भी इलाज जारी है।
बस हादसे में घायल हुए लोगों का कहना है तेज रफ्तार बस चलाने के कारण हादसा हुआ है बस में सवार लोगों मे कोई परिजनों के यह शादी में जाने के लिए निकले थे तो कुछ इंदौर जा रहे थे, लेकिन तभी बस पुल से नीचे गिर गई। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।