Kamal Nath Nakul Nath Latest Update: कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के भाजपा जॉइन करने की अटकलों के बीच ताजा अपडेट सामने आया है। आज कमल और नकुल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। भाजपा का अधिवेशन खत्म होने के बाद आज शाम करीब 5 बजे यह मुलाकात हो सकती है। वहीं कमलनाथ समर्थक कई नेता और विधायक भी आज दिल्ली पहुंच सकते हैं। कुछ कल ही दिल्ली पहुंच गए थे।
सूत्रों के मुताबिक, 15 विधायक और 8 पूर्व विधायक समेत 2 महापौर कमलनाथ और नकुलनाथ के साथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। कमलनाथ के समर्थक विधायकों और नेताओं के फोन भी बंद आ रहे हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस में टूट की आशंका के चलते पार्टी हाईकमान ने छिंदवाड़ा के कई विधायकों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन बातचीत नहीं हो पा रही है। कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार को उनसे बात करने को कहा है।
कमलनाथ कांग्रेस से नाराज क्यों चल रहे?
1. कांग्रेस से कमलनाथ की नाराजगी का एक कारण कांग्रेस से राज्यसभा का टिकट नहीं मिलना है। दरअसल कमलनाथ राज्यसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक थे। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने पार्टी हाईकमान से उन्हें राज्यसभा उम्मीदवार बनाने की गुजारिश भी की थी, लेकिन सोनिया गांधी ने दिग्विजय सिंह को राज्यसभा उम्मीदवार बना दिया, जो कमलनाथ को खटक गया।
2. कमलनाथ की दिग्विजय सिंह से अनबन जगजाहिर है। विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा से आए विधायकों और पूर्व विधायकों को कांग्रेस ने चुनाव टिकट दिया था। इस बात को लेकर कमनाल और दिग्विजय सिंह में नोक-झोंक हो गई थी। उस समय कांग्रेस का टिकट मांग रहे नेताओं को कमलनाथ ने कुछ कहा भी था, जिसका वीडियो भी खूब वायरल हुआ था।
3. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2023 में मध्य प्रदेश में पार्टी की हार का ठीकरा कमलनाथ पर फोड़ दिया था, इससे भी कमलनाथ नाराजा हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने कमलनाथ के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था, लेकिन कांग्रेस ने हार के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहरा दिया। पार्टी के कई नेता उनसे किनारा कर गए थे। कमलनाथ के भाजपा में जाने का एक कारण यह नाराजगी हो सकती है।
4. कमलनाथ मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे, लेकिन विधानसभा चुनाव 2023 में हार के बार पार्टी ने उन्हें पद से हटा दिया और जीतू पटवारी को अध्यक्ष बना दिया। इस वजह से भी कमलनाथ नाराज हैं। जीतू को अध्यक्ष बनाने के लिए कमलनाथ से न विचार विमर्श किया गया और न ही पूर्व सूचना दी गई। अचानक फैसला लेकर ऐलान कर दिया गया।
5. कमलनाथ अब मध्य प्रदेश से निकलकर केंद्र में राजनीति करना चाहते हैं। वे शुरू से केंद्रीय राजनीति में एक्टिव रहे, लेकिन 2018 विधानसभा चुनाव में उन्हें मध्य प्रदेश भेज दिया गया और अब तक मध्य प्रदेश में ही उलझा रखा है, जबकि उन्हें उम्मीद थी कि कांग्रेस हाईकमान उन्हें दिल्ली बुला लेगी, लेकिन पार्टी ने उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया।