Mp Assembly Election 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर प्रचार अभियान जोरों पर हैं। दोनों ही पार्टियां धुआंधार प्रचार करने में जुटी है। भाजपा की ओर से पीएम मोदी, अमित शाह, शिवराज सिंह चौहान समेत सभी नेता प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करने में जुटे हैं। कुल मिलाकर भाजपा की पूरी चुनावी मशीनरी प्रचार में जुटी है। इस बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। सिंधिया ने रविवार को कहा कि पूर्व सीएम कमलनाथ ने एमपी की सबसे भ्रष्ट सरकार चलाई। उन्होंने लोगों से लेकर कांग्रेस के विधायकों को चलो, चलो कहा। क्योंकि उनकेे पास समय नहीं होता था। ऐसे में लोगों ने भी उनको चलो, चलो कह दिया। एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में सिंधिया ने कहा कि मुझे सीएम की कुर्सी का लालच नहीं है। उन्होंने राज्य में हुए बदलाव का श्रेय सीएम शिवराज सिंह को दिया।
कांग्रेस की कर्जमाफी को लेकर पूछे गए सवाल पर सिंधिया ने कहा कि किसी का ऋण माफ नहीं हुआ। मैं भरी सभाओं में लोगों से पूछता हूं लेकिन कोई मुझे नहीं बताता कि मेरा ऋण माफ हुआ है। उन्होंने किसानों को फर्जी सर्टिफिकेट बांटे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब तक सहकारी बैंकों को सरकार किसानों की बकाया राशि का भुगतान नहीं करेगी तो बैंक कैसे आपका ऋण माफ करेगा। जब शिवराज सिंह सीएम बने उसके बाद उन्होंने किसानों के बकाया लोन की 2500 करोड़ की राशि बैंकों को दी। तब कहीं जाकर किसानों का ऋण माफ हुआ।
कमलनाथ जी की सरकार “तीन सी (3C)” की सरकार थी – कट की सरकार, कमीशन की सरकार और करप्शन की सरकार। pic.twitter.com/m6A101vGuv
— Jyotiraditya M. Scindia (मोदी का परिवार) (@JM_Scindia) November 5, 2023
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कमलनाथ को जनता ने चलो, चलो कह दिया
कमलनाथ को भ्रष्टाचारी कहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार 3सी की सरकार थी। कटौती, कमीशन और भ्रष्टाचार उनकी सरकार के तीन स्तंभ थे। सीएम के रूप में वे हमेशा मंत्रियों और विधायकों को चलो, चलो कहते थे ऐसे में जनता ने भी उनको चलो, चलो कह दिया। कमलनाथ की सरकार गिराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता कि मैंने सही किया या गलत। लेकिन मेरे बयानों पर जनता खुश है। जो लोग जनता से झूठे वादे करके सत्ता में बैठे थे ऐसे लोगों को मैं स्वीकार नहीं कर सकता था। खुद के सीएम बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं पार्टी का कर्मठ कार्यकर्ता हूं। सिंधिया परिवार को कभी कुर्सी से प्रेम नहीं रहा। हमारा इतिहास उठाकर देख लीजिए। मुझे भी सीएम की कुर्सी का कोई लालच नहीं हैए मेरे परिवार को कभी कुर्सी का लालच नहीं रहा। मेरे पिता और दादी को भी कभी इसका कोई लालच नहीं था।
मैं कुर्सी की दौड़ में नहीं हूं
उन्होंने आगे कहा कि 2018 में मैं एक सैकंड में मान गया था कि कमलनाथ को सीएम बनाना चाहिए। अगर मुझे कोई लालच होता तो मैं ऐसा कभी नहीं कहता। मैं किसी कुर्सी की दौड़ में नहीं हूं। शिवराज सिंह चैहान को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वे पूरी मेहनत से पार्टी के प्रचार में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि आज एमपी में हम जहां है उसके पीछे सीएम शिवराज है। बता दें कि केेंद्रीय मंत्री सिंधिया विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। 2018 के चुनाव में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की 34 में से कांग्रेस को 26 सीटें दिलाने वाले सिंधिया की साख की इस बार भी दांव पर लगी है।