COW ambulance: शिवराज सरकार ने आज से मध्य प्रदेश में ‘गाय एंबुलेंस’ सुविधा शुरू कर दी है। हर जिले में 7 से 8 एंबुलेंस की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। जिसका लाभ मध्य प्रदेश के पशु पालकों को मिलेगा। अब यह एंबुलेंस घायल और बीमार गायों को लेने के लिए जाएगी और उन्हें इलाज भी उपलब्ध कराएगी।
सीएम शिवराज ने की शुरुआत
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘गाय एंबुलेंस’ की सुविधा शुरू करते हुए कहा कि ‘गौ अभिलाषित फल देने वाली है, गौ से उत्तम और कोई नहीं है। समस्त विश्व की जननी गौ माता को प्रणाम करता हूं। हमने पिछले चुनाव में जनता को अपने संकल्प पत्र में कहा था कि हम गौ माता के लिए भी एंबुलेंस सेवा प्रारंभ करेंगे। आज वह दिन आ गया है भाइयों बहनों जब एंबुलेंस केवल इंसान के लिए नहीं होगी गौमाता के लिए भी होगी।’
गाय को बचाने में सहयोग करिए
सीएम शिवराज ने कहा कि ‘गाय बचाने के लिए समाज का सहयोग आवश्यक है। ऐसे किसान जो प्राकृतिक खेती करते हैं उनको ₹900 प्रतिमाह दिए जाएंगे ताकि वह गाय का पालन कर सकें। भारत अपनी संस्कृति, जीवन मूल्य और परंपराओं का निर्वहन करते हुए लगातार आगे बढ़ रहा है।’
1962 डायल करने पर पहुंचेगी एंबुलेंस
मध्य प्रदेश में ‘COW एंबुलेंस’ आज से शुरू हो गई है। इसके लिए एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। घायल और बीमार गायों को इलाज उपलब्ध कराने के लिए 1962 करने पर ‘COW एंबुलेंस’ आपके पास पहुंचेगी। प्रदेश के सभी 52 जिलों को 7 से 8 cow एम्बुलेंस मिलेगी। जिनका इस्तेमाल जिले में गायों का इलाज कराने में किया जाएगा। जिले के हर ब्लॉक में यह एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएगी।
403 एंबुलेंस मिलेगी
फिलहाल पूरे प्रदेश को 406 ‘COW एंबुलेंस’ मिलेगी। जिसमें 406 पशु चिकित्सक, ड्राइवर और क्लीनर आउटसोर्स किए गए है। एंबुलेंस को हर महीने 35000 रुपए दवाइयों के लिए और 33000 रुपए डीजल के दिए जाएंगे। खास बात यह है कि इनमें सड़क किनारे दुर्घटनाग्रस्त पशुओं के इलाज को वरीयता दी जाएगी, जहां मौके पर पहुंचकर घायल पशु को इलाज दिया जाएगा, अगर हालत गंभीर होगी तो पशु चिकित्सालय की सेवाएं ली जाएंगी। जिसके लिए राज्य स्तरीय कॉल सेंटर भी बनाया गया है।
कॉल सेंटर में तैनात रहेंगे 15 कॉल एग्जीक्युटिव और 5 पशु चिकित्सक मौजूद रहेंगे, जो 24 घंटे लोगों को एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराएंगे। यानि यह सब ऑपरेटिंग का काम पूरा करेंगे।