मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित बयान देने वाले मंत्री विजय शाह को लेकर गुरुवार को बयान दिया। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने जो आदेश दिया है उसका पालन हुआ है। कोर्ट जो कहेगा हम उस हिसाब से चलते जाएंगे। हम बता चुके हैं, हमें जो कहना है। विजय शाह के इस्तीफे की मांग पर सीएम ने कहा कि कांग्रेस तो इस्तीफे की मांग करती रहेगी। कांग्रेस को बोलने का अधिकार नहीं हैं। कांग्रेस के सभी मंत्रियों पर मुकदमे चल रहे हैं। कांग्रेस सिद्धारमैया से इस्तीफा मांग ले।
सीएम मोहन यादव ने क्या कहा?
विजय शाह के मामले को लेकर पूछे गए सवाल पर सीएम मोहन यादव ने कहा, ‘इस मामले में मैं यही कहना चाहूंगा कि कोर्ट ने जो आदेश दिया है, हमारी सरकार ने उसका पालन किया है। कोर्ट जो कहेगी उस आधार पर हम आगे चलते जाएंगे। विजय शाह के इस्तीफे की मांग पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बोलने का अधिकार नहीं है। कांग्रेस सिद्धारमैया से इस्तीफा मांग ले। उनके (कांग्रेस) मुख्यमंत्री रहते हुए केस चल रहे हैं। कांग्रेस सिर्फ बात ही कर सकती है। कांग्रेस का साथ अरविंद केजरीवाल के साथ भी था। मुख्यमंत्री रहते हुए जब केजरीवाल जेल गए, कांग्रेस उस समय कहां चली गई थी। कांग्रेस के सभी मंत्रियों पर मुकदमे चल रहे हैं। कांग्रेस उन्हें ही देख ले।’
बता दें कि बुधवार (14 मई) को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश के बाद मंत्री विजय शाह के खिलाफ बीएनएनस की अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया गया है। बुधवार की रात सीएम कार्यलाय ने एक्स पोस्ट में कहा कि हाई कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री विजय शाह के बयान के संदर्भ में कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
विजय शाह को महिला मंत्री का मिला समर्थन
नगरीय विकास एवं आवास विभाग की राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने विजय शाह का बचाव करते हुए कहा कि उनकी मंशा किसी का अपमान करने की नहीं थी। डिंडोरी में पत्रकारों से चर्चा करते हुए बागरी ने कहा कि मंत्री विजय शाह द्वारा उपयोग किए गए शब्द निश्चित रूप से अनुपयुक्त थे, लेकिन उन्होंने इस पर स्पष्टीकरण दिया है और माफी भी मांगी है। बागरी ने कहा कि शब्दों की हेराफेरी जरूर हुई है, लेकिन इससे यह निष्कर्ष निकालना उचित नहीं है कि विजय शाह का उद्देश्य किसी को अपमानित करना था। उन्होंने स्पष्ट किया है कि यदि किसी को उनके शब्दों से ठेस पहुंची है, तो वह बार-बार माफी मांगने को तैयार हैं। इससे उनकी विनम्रता और वास्तविक मंशा स्पष्ट होती है। प्रतिमा बागरी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्ष भाजपा पर दबाव बढ़ा रहा है और विजय शाह के इस्तीफे की मांग कर रही है।