Cheetah Project: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में कल और 12 चीते लाए जाएंगे। आज रात लगभग 8 बजे भारतीय वायु सेना का C-17 ग्लोबमास्टर कार्गो विमान जोहान्सबर्ग के ओआर टैम्बो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरेगा और 18 फरवरी को सुबह 10:00 बजे ग्वालियर हवाई अड्डे पर उतरने की उम्मीद है।
जोहान्सबर्ग से ग्वालियर की दूरी करीब 10 घंटे में तय की जाएगी। चीतों को लाने के लिए भारतीय वायु सेना का विमान 16 फरवरी को सुबह 6.00 बजे गाजियाबाद हिंडन हवाई अड्डे से रवाना हुआ। भारत के चीता परियोजना प्रमुख एसपी यादव ने शुक्रवार को कहा कि लाए जा रहे 12 अफ्रीकी चीतों के लिए व्यवस्था की जा रही है।
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लाइव ट्रैकिंग के लिए लगाया गया है रेडिया कॉलर
एसपी यादव ने ANI से बात करते हुए कहा कि चीतों के लाइव ट्रैकिंग के लिए उनके गले में रेडियो कॉलर लगाया गया है। इस बार हमने जो क्वारंटाइन बाड़ा बनाया है, वह पिछले वाले से बेहतर है। एसपी यादव ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क में चीतों को लाने के बाद उनके सभी स्वास्थ्य की जांच की जाएगी और फिर उन्हें एक महीने के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा। इसके लिए 10 क्वारंटाइन बूमर बनाए गए हैं।
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नामीबियाई और साउथ अफ्रीका के चीतों में क्या है अंतर?
नामीबियाई चीता और दक्षिण अफ्रीकी चीता के बीच के अंतर के बारे में पूछने पर यादव ने एएनआई को बताया कि नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के चीतों की प्रजातियों में कोई अंतर नहीं है, लेकिन वे दक्षिण अफ्रीका के पूरी तरह से जंगली चीते हैं, जिनका चरित्र जंगली है।
कूनो नेशनल पार्क में चीतों की रिहाई के मौके पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूद रहेंगे। बता दें कि इससे पहले नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को उनके जन्मदिन के मौके पर कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था।
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