श्योपुर: मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में बीती रात भर से हो रही झमाझम बारिश की वजह से नदी-नालों का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ गया है। बंजारा डैम ओवरफ्लो हो गया है। वहीं किसानों के खेतों में खड़ी धान की फ़सल इस बारिश की वजह से खेतों में ही लेट गई है। इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
बता दें कि, बीते शुक्रवार शाम 3 बजे से जिले भर में झमाझम बारिश होना शुरू हुई थी, शाम करीब 5 बजे बारिश का दौर कुछ पल के लिए थम गया। लेकिन, रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक बारिश लगातार होती रही।
वहीं इस भारी वजह से उन किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है जिनके खेतों में धान की खड़ी फसल बरबाद हो गई। उन किसानों को भी नुकसान हुआ है, जिन्होंने अपने खेतों में रवी के सीजन की सरसों आदि फसलों की बुवाई बीते दिनों ही की थी।
बारिश से खेत लबालब
बारिश की वजह से उनके खेत पानी से लबालब भर गए हैं। इन हालातों में खेतों का पानी सूख जाने के बाद उन्हें फिर से सरसों की बुवाई करनी पड़ेगी, जिसमें उन्हें हजारों रुपए बीघा के हिसाब से फिर से खर्चा उठाना पड़ेगा।
सबसे ज्यादा नुकसान ढोंटी, प्रेमसर और बड़ौदा इलाके में देखने को मिल रहा है। इसे लेकर किसान बेहद परेशान है और वह सरकार से फसलों के नुकसान का सर्वे करवाकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
90 प्रतिशत फसलों को पहुंचा नुकसान
किसानों का कहना है कि, इस बारिश की वजह से उनके खेतों में खड़ी धान की फसल 90% बर्बाद हो चुकी है। खेतों में गिरी हुई फसलें सड़ जाएंगी या फिर बाली में दाना नहीं पड़ेगा। अगर बारिश अभी भी नहीं थमी तो किसान पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे।