विवेक चंद्र, रांची: झारखंड में इन दिनों बेटियां असुरक्षित महसूस कर रही हैं। ताजा मामला रांची के ओरमांझी में सामने आया है। रांची के ओरमांझी स्थित प्रोजेक्ट प्लस टू स्कूल की छात्राओं से एक विशेष समुदाय के कुछ अपराधी किस्म के युवकों द्वारा जबरदस्ती दोस्ती करने के लिए दबाव बनाने का मामला सामने आया है।
छात्राओं ने इस बात की शिकायत अपने अभिभावकों के साथ साथ स्थानीय ग्रामीणों से की। छात्राओं का आरोप है कि विशेष समुदाय के कुछ लड़कों द्वारा अक्सर हथियार दिखाकर हिंदू और आदिवासी लड़कियों पर दबाव बनाया जाता है कि उनलोगों से दोस्ती करें। साथ घूमने फिरने जाएं। ऐसा नहीं करने पर हथियार के बल पर अगवा कर लेने की धमकी दी जाती है।
मारा पीटा गया
जब छात्राओं ने आरोपी युवकों का विरोध किया तो कई को आरोपी युवकों द्वारा मारा पीटा भी गया। लोकलाज की वजह से कई छात्राएं अपने घर बताने से शुरू में डरती रहीं। आरोप है कि 5 सिंतबर को टीचर्स डे के मौके लगभग 8-10 की संख्या में ओरमांझी के प्रोजेक्ट प्लस टू स्कूल पहुंचे मनचलों अपराधियों ने हथियार के बल पर लड़कियों से छेड़खानी करते हुए अपने साथ ले जाने की कोशिश की। कई लड़कियों के साथ मारपीट भी की।
स्कूल में हो रही घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद ग्रामीणों द्वारा स्कूल परिसर में ही पंचायत बुलाई गई। सभी जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों ने बैठक के बाद ओरमांझी थाने में जाकर मायापुर चंदरा के रहने वाले आरोपी फिरदोस अंसारी, सुहैल अंसारी, मुज्जमिल अंसारी, तौफीक अंसारी और जमील अंसारी के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई।
मामले ने लिया सियासी रंग
यह मामला अब सियासी रंग भी लेने लगा है। बीजेपी ने इस घटना की निंदा करते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। बीजेपी ने कहा है कि झारखंड में लव जिहाद और गुंडागर्दी की घटनाएं थम नहीं रही हैं। लगातार कुछ कुंठित मानसिकता वाले युवक हिंदू बेटियों को टारगेट कर रहे हैं, लेकिन सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
वहीं इस मामले पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा सरकार का बचाव करते दिखे। कांग्रेस का कहना है कि सरकार संवेदनशील है और अगर ऐसी कोई घटना हुई है तो जो भी दोषी होंगे उनके विरोध कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें जल्द सलाखों के पीछे भेजने का काम हमारी सरकार करेगी।