अमित शर्मा, श्योपुर। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के एक गांव में संक्रामक बीमारी का प्रकोप फैल रहा है, जहां दो लोगों की जान चली गई है, वहीं 50 से ज्यादा लोग अब भी बीमार हैं। हालात इतने खराब हैं कि मरीज बरसात के कारण उफनते नालों की वजह से अस्पताल नहीं पहुंच सके, जिस वजह से दो लोगों की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार मामला जिले के विजयपुर तहसील क्षेत्र के सेवापुर गांव का है। मृतकों के नाम बाबू आदिवासी और हरकिशन आदिवासी बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि गांव में करीब दर्जनभर लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। इधर मामले की सूचना मिलते ही ग्वालियर मेडिकल कॉलेज की टीम भी विजयपुर पहुंची और कैंप लगाकर ग्रामीणों के उपचार में जुट गई। इधर नाले का उफान कम होने के बाद ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत करके गंभीर मरीजों को विजयपुर के सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया है।
गांव में मचा हड़कंप
ग्रामीणों को बुखार, खांसी, जुकाम के अलावा उल्टी – दस्त की समस्या बताई जा रही है। सेवापुर के बाबू आदिवासी और हरकिशन आदिवासी नाम के दो मरीजों की गांव में ही मौत हो गई। इन मरीजों की मौत के बाद गांव में मातम के साथ-साथ हड़कंप की स्थिति है क्योंकि, पूरे गांव के करीब 50 से ज्यादा मरीज इस बीमारी की चपेट में हैं। हालांकि, नाले का जलस्तर कम होने के बाद ग्रामीणों ने जोखिम उठाकर गंभीर मरीजों को नाला पार करवाया और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवा दिया है।
विजयपुर पहुंची ग्वालियर मेडिकल कॉलेज की टीम
वहीं हालातों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने ग्वालियर मेडिकल कॉलेज की एक टीम को भी विजयपुर बुलवा लिया है, जिसके द्वारा कैंप लगाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। मरीजों के परिजनों का कहना है कि उनके बच्चों को उल्टी दस्त की समस्या है, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया है लेकिन, अभी उन्हें ज्यादा फायदा नहीं मिला है।
इधर मरीजों की मौत के बारे में विजयपुर एसडीएम नीरज शर्मा का कहना है कि, उन 2 मरीजों की सूचना मिलने के बाद गांव में स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग और रेवेन्यू विभाग की टीमें भेजी गई हैं। जहां भी इस तरह की सूचना मिल रही है वहां हमारी टीम काम कर रही है।