Indore Law College Controversy: इंदौर के लॉ कॉलेज विवाद पर अब सरकार एक्शन में नजर आ रही है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले में कार्रवाई की बात कही है, उन्होंने बताया कि हिंदुओं को आतंकी बताई जाने वाली किताब के मामले में प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। हालांकि अब तक प्रोफेसर की गिरफ्तारी नहीं हुई है। मंत्री नरोत्तम मिश्रा किताब की लेखिका और लॉ प्रोफेसर की जल्द गिरफ्तारी करने की बात कही है।
वापस होगी डिग्री
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इंदौर के शासकीय लॉ कॉलेज में विवादास्पद किताब मामले में लेखिका डॉ. फरहत खान और प्रकाशक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें गठित कर दी गई है, डॉ. फरहत खान की डॉक्टरेट की डिग्री की वापसी के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखेंगे। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जल्द ही उनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी। नरोत्तम मिश्रा ने कहा इस मामले में एक्शन तेजी से हो रहा है।
प्रोफेसर फरार
बता दें कि इंदौर के लॉ कॉलेज की लाइब्रेरी में विवादास्पद किताब ‘सामूहिक हिंसा एवं दाण्डिक न्याय पद्धति’ मिली थी, मामला सामने आने के बाद से ही इस किताब की लेखिका डॉ. फरहत खान अपने परिवार के साथ फरार हो गई, पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। एक तरफ पुलिस उनकी गिरफ्तारी की कोशिशों में जुटी है, तो दूसरी तरफ कॉलेज के छात्रों ने भी अब प्रोफेसरों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सरकार ने इस मामले में एक जांज कमेटी भी गठित की है, बताया जा रहा है कि यह कमेटी कॉलेज के छात्रों के बयान भी लेगी।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, पूरा मामला इंदौर के लॉ कॉलेज से जुड़ा हुआ है, यहां हिंदुओं के खिलाफ पढ़ाई कराए जाने की बात सामने आई है, विधि महाविद्यालय की एक किताब ‘सामूहिक हिंसा एवं दांडिक न्याय पद्धति’ है, इस किताब की लेखिका डॉ. फरहत खान है, जिसमें हिंदुओं के खिलाफ कई बातें लिखी हुई हैं, इसके अलावा किताब आरएसएस, धारा 370, सहित अन्य हिन्दू संगठन को लेकर आपत्तिजनक लेख लिखे गए हैं। जिसके बाद से ही यह मामला गर्माया हुआ है।
4 लोगों पर दर्ज हुई FIR
इस मामले में पुलिस ने चार लोगों पर FIR भी दर्ज की है, जिनमें किताब के प्रकाशक, लेखक, कॉलेज के प्रिंसिपल और एक शिक्षक शामिल है, जबकि कॉलेज के प्राचार्य पहले ही मामले में इस्तीफा दे चुके हैं, इसके अलावा छात्रों ने इस मामले में लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल और एक शिक्षक पर केस दर्ज करने की मांग करते हुए एक आवेदन भी दिया है।