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बांग्लादेशियों को दुबई भेजने वाले इमिग्रेशन रैकेट का भंडाफोड़, छह गिरफ्तार 

नई दिल्ली: दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने दो एजेंटों और चार बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी के साथ अंतर्राष्ट्रीय इमिग्रेशन रैकेट का भंडाफोड़ किया है ये एजेंट धोखाधड़ी से भारतीय दस्तावेजों का इस्तेमाल करके बांग्लादेशियों को दुबई भेजने की फिराक में थे।  ---विज्ञापन--- और पढ़िए – मेजर ध्यान चंद को समर्पित ‘पंजाब खेल मेला’ आयोजित […]

Edited By : Amit Kasana | Updated: Aug 5, 2022 14:42
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नई दिल्ली: दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने दो एजेंटों और चार बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी के साथ अंतर्राष्ट्रीय इमिग्रेशन रैकेट का भंडाफोड़ किया है ये एजेंट धोखाधड़ी से भारतीय दस्तावेजों का इस्तेमाल करके बांग्लादेशियों को दुबई भेजने की फिराक में थे।

 

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27 जुलाई को आईजीआई एयरपोर्ट इमिग्रेशन विभाग से थाना आईजीआई हवाई अड्डे पर एक शिकायत प्राप्त हुई थी। जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि 4 यात्रियों जो मूल रूप से बंगलादेशी हैं और भारत का फर्जी पासपोर्ट बनाकर दुबई भागने की फिराक में हैं। इनके नाम एमोन हलदर, बापी अवलाद सरदार,हृदयोय अहमद, मासूम हुसैन पता चले। जब यह चारों फ्लाइट G9-466 के जरिए शारजाह के लिए प्रस्थान के लिए इमीग्रेशन काउंटर पर आए तो पुलिस ने इन्हें हिरासत में लिया।

डीसीपी एयरपोर्ट तनु शर्मा के मुताबिक इनपुट के मिलने के बाद टीम ने तकनीकी सर्विलांस का इस्तेमाल किया और गुप्त मुखबिरों को भी तैनात किया। आखिरकार एजेंट अपोन को पकड़ा गया। फिर उसकी निशानदेही पर अंकित कुमार को उम्बर्गगांव, वलसाड (गुजरात) से गिरफ्तार किया गया।

उसने खुलासा किया कि वे पिछले 6 वर्षों से कोलकाता निवासी तोहिन और सुजोन के संपर्क में हैं। वे ताहीन व सुजॉय के साथ एक सिंडिकेट में काम कर रहे थे जो बांग्लादेशी लोगों को विदेश भेजने के लिए भारतीय आईडी प्रदान करता है। इसके बाद वे भारतीय पासपोर्ट के लिए आवेदन करने के लिए और भारतीय दस्तावेजों की व्यवस्था करते हैं।

गिरफ्तार आरोपी अपॉन पुत्र यूसुफ खान 15 साल पहले उसने खुद सीमा पार कर सिलीगुड़ी सीमा से पश्चिम बंगाल में प्रवेश किया था। प्रारंभ में उन्होंने 7-8 वर्षों तक मुंबई के ठाणे जिले में एक दर्जी के रूप में काम किया। फिर वे वापी, गुजरात चले गए। तब से वह बांग्लादेशी लोगों को धोखाधड़ी से उनके लिए भारतीय दस्तावेज खरीदकर संयुक्त अरब अमीरात भेजने के अवैध कारोबार में है।

 

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आरोपी के पास वर्तमान में इंडसइंड बैंक और कोटक बैंक, वापी शाखा, गुजरात में 2 बैंक खाते हैं, जिसमें मुख्य एजेंट तोहिन नियमित आधार पर पैसे भेजता था। इनके पास से 13 मोबाइल फोन, 5 भारतीय पासपोर्ट, बांग्लादेशी नागरिकों के 5 भारतीय पैन कार्ड, बांग्लादेशी नागरिकों के 7 भारतीय आधार कार्ड, 1 पासबुक, मोबाइल के 8 सिम बरामद हुए है।

 

 

 

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Written By

Amit Kasana

Edited By

Manish Shukla

First published on: Aug 04, 2022 09:24 PM

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