Hindi Diwas: हिंदी दिवस के मौके पर गहलोत ने कहा कि हिंदी भाषी राज्यों के नेता भी अंग्रेजी में बात करना शुरू कर देते हैं। मैं वहां होता हूं, तो उनसे कहता हूं कि हिंदी में बात नहीं करोगे तो क्या मैं यहां से चला जाऊं। अवसर था हिंदी दिवस और मुख्यमंत्री जयपुर के सवाई मानसिंह कॉलेज के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा, “आज भी मैं टूटी-फूटी अंग्रेजी बोलने का काम करता हूं। यहां तक कि हिंदी भाषी राज्यों के राजनेता भी अंग्रेजी में बोलना शुरू कर देते हैं। अगर मैं वहां हूं तो मैं उन्हें रोकता हूं। मैं उनसे कहता हूं कि अगर तुम हिंदी में नहीं बोलोगे तो मैं यहां से चला जाऊंगा।” इस कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव भी मौजूद थे। इसी कार्यक्रम में राज्य के 12वीं कक्षा में टॉप करने वाले 400 छात्रों को भी सम्मानित किया गया।
सीएम गहलोत ने कहा, “शुरुआती दौर में उन्हें उत्तर में अंग्रेजी पसंद नहीं थी। आजादी के कुछ साल बाद दक्षिण में हिंदी की किताबें जला दी गईं। मैं उन लोगों में से हूं जिन्होंने उस समय अंग्रेजी का विरोध किया था। आज मैं सरकार में हूं इसलिए गांव में अंग्रेजी माध्यम का स्कूल खोल रहा हूं। क्योंकि अंग्रेजी एक अंतरराष्ट्रीय भाषा बन गई है।”
आगे उन्होंने कहा, “मैं अंग्रेजी नहीं बोल सकता। मैं आज भी टूटी-फूटी अंग्रेजी बोलने का काम करता हूं। चिंता करने की कोई बात नहीं है। मैं 50 साल से अधिक समय से राजनीति में हूं। 42 साल तक मैं संसद, तीन बार केंद्रीय मंत्री, तीन बार एआईसीसी महासचिव, तीन बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, तीन बार मुख्यमंत्री बना। अंग्रेजी न जानने के लिए कभी भी अटपटा नहीं लगा।”
वहीं, समारोह के बाद मीडिया से बात करते हुए सीएम गहलोत ने भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा पर टिप्पणी करने की कीमत भाजपा के चुकानी पड़ेगी। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को जन समर्थन मिल रहा है। हमारी यात्रा सफल हो रही है।