हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को आपदा प्रभावित धरमपुर उपखंड के स्याठी गांव का दौरा किया है। इस दौरान उन्होंने एएनआई से बात की। उन्होंने कहा कि बेहद नुकसान हुआ है। 61 लोग जिनके घर इस भूस्खलन में बह गए। वो सब सुरक्षित हैं और उन्हें राहत कैंप में ठहराया गया है। बड़ी-बड़ी चट्टानों के खिसकने की कारणों की जांच जरूरी है।
जलवायु परिवर्तन का असर
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मेरा मानन है कि क्योंकि हम अभी पैदल चलकर घटनास्थल पर गए हैं। इस बारे में अध्ययन करना होगा कि जो चट्टानों के ऊपर घर थे एक दम इतनी तेज बारिश में तकरीबन 20 के घर पूरी तरह नष्ट हो गए। वो क्यों नष्ट हुए? इस दृष्टीकोण से भी हमे समझना चाहिए। निश्चित तौर कही न कही जलवायु परिवर्तन का भी असर नजर आता है। इस स्टडी को केंद्र सरकार और राज्य सरकार को मिलकर करनी होगी।
#WATCH मंडी: हिमाचल प्रदेश CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, “यहां बेहद नुकसान हुआ है। 61 लोग जिनके घर इस भूस्खलन में बह गए, वे सब सुरक्षित हैं और उन्हें राहत कैंप में ठहराया गया है। बड़ी-बड़ी चट्टानों के खिसकने के कारणों की जांच जरूरी है। एक रात में 8-10 बादल फटने की घटना सामने आई… https://t.co/4RxQh0gZ1O pic.twitter.com/RFRydT5JvH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2025
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एक रात में 8 से 10 बादल फटने की हुई घटना
उन्होंने कहा कि एक रात में 8 से 10 बादल फटने की घटना सामने आई है। ये तो एक क्षेत्र आज खुला है। एक और क्षेत्र है जो हमारा बक्सियाड़ तक हमने सड़क खोल दी है। अधिकारी और कर्मचारी काम में लगे हुए हैं। कल हमारे डिप्टी कमिश्नर उस एरिये में गए थे।
10 लोगों की मौत, 24 लापता
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि ऐसी स्थिति है कि मंडी जिला में 10 लोग लापता हैं। 10 लोगों की डेथ कन्फर्म हुई है। इसके अलावा 24 लोग लापता पाएग हैं। उन सब चीजों का हम अध्ययन कर रहे हैं। कुछ जगहों पर लोगों के शव मिले हैं हमारी सरकार उनकी शिनाख्त कर रही है।