चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे को ट्रैफिक को फिर बंद कर दिया गया है। शुक्रवार शाम पंडोह से कुल्लू तक हुई भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन के कारण यह राजमार्ग यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। टनल के अंदर खड़ी गाड़ियां उस वक्त पानी और मलबे में डूब गई जब नाले में भारी मात्रा में मलबा और पानी आ गया। यह मलबा और पानी इतना ज्यादा था कि दो टनलों को आपस में जोड़ने के लिए बनाए गए पुल के उपर से ही गुजर गया और फिर टनल के अंदर जा घुसा।
भूस्खलन और भारी मलबा आने पर ट्रैफिक हुआ बंद
मंडी और पंडोह के बीच 9 मील के पास और पंडोह से आगे कैंची मोड़, रंश नाला, द्वाडा और पनारसा के पास राजमार्ग पर भूस्खलन और भारी मलबा आने के कारण यह पूरी तरह से ट्रैफिक के लिए बंद हो गया है। माना जा रहा है कि सुबह मौसम साफ होने के बाद ही राजमार्ग को बहाल करने का काम शुरू होगा। दर्जनों वाहनों और सैकड़ों लोगों को रात राजमार्ग पर ही बितानी पड़ेगी। हालांकि, स्थानीय लोगों और प्रशासन द्वारा मदद के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। गनीमत रही कि इन टनलों को द्वारा फ्लाईओवर के क्षतिग्रस्त होने के कारण यातायात के लिए बंद रखा गया था।
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मलबे की चपेट में आई स्कॉर्पियो
9 मील के पास भूस्खलन के कारण आए मलबे की चपेट में एक स्कॉर्पियो कार आ गई। मौके पर मशीनरी भी तैनात की गई, लेकिन लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण मलबा हटाना संभव नहीं हो पाया। हमीरपुर का एक व्यक्ति अपनी स्कॉर्पियो कार के साथ मलबे में फंस गया। यहाँ मौजूद पंडोह निवासी महेश कुमार ने तत्परता दिखाते हुए क्रेन की मदद से स्कॉर्पियो को बाहर निकाला और अन्य वाहनों को भी यहाँ से पार करवाया।
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टनल में खड़े वाहन पानी में डूबे
रैंश नाले के पास टनल के अंदर खड़े वाहन उस समय पानी और मलबे में डूब गए जब नाले में भारी मात्रा में मलबा और पानी आ गया। यह मलबा और पानी इतना ज्यादा था कि यह दो सुरंगों को जोड़ने के लिए बने पुल के ऊपर से गुजरकर सुरंग में घुस गया। गनीमत रही कि फ्लाईओवर के क्षतिग्रस्त होने के कारण ये सुरंगें यातायात के लिए बंद थीं और स्थानीय लोग जो वाहन खड़े थे, उन्हें वहीं खड़ा करके दूसरी जगहों पर चले गए थे। अगर यहां यातायात सुचारू होता, तो शायद कोई बड़ा हादसा हो सकता था।