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शैलजा पर मेहरबानी दिखा बीजेपी को क्या मिला? सियासी बिसात पर खाली हाथ रह गई भगवा पार्टी

Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कुमारी शैलजा को बीजेपी ज्वॉइन करने का ऑफर दिया था। शैलजा ने खट्टर पर पलटवार करते हुए कहा कि उनका राजनीतिक अनुभव बहुत लोगों से ज्यादा है। इसलिए उन्हें नसीहत ना दें।

Edited By : Nandlal Sharma | Updated: Sep 24, 2024 12:01
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कुमारी शैलजा जल्द ही चुनाव प्रचार में दिखेंगी। उन्होंने कहा कि जो भी मसला है पार्टी का आतंरिक मामला है। फोटोः @Kumari_Selja
कुमारी शैलजा जल्द ही चुनाव प्रचार में दिखेंगी। उन्होंने कहा कि जो भी मसला है पार्टी का आतंरिक मामला है। फोटोः @Kumari_Selja

Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा कांग्रेस की नेता कुमारी शैलजा को बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बीजेपी में आने का ऑफर दे डाला। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने दलितों के अपमान का मुद्दा उठाकर शैलजा के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा। कांग्रेस के टिकटों के ऐलान के बाद बीते दस दिनों से शैलजा की चुप्पी ने कयासों को जन्म दिया तो बीजेपी ने दलितों वोटों को साधने का दांव चला। लेकिन शैलजा के नाम पर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करने वाली बीजेपी को कुछ हाथ नहीं लगा है, बल्कि शैलजा को इसका फायदा हो गया है।

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कांग्रेस के टिकटों को देखें तो उम्मीदवारों की लिस्ट में हुड्डा की चली है। पार्टी ने उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जो हुड्डा के करीबी हैं। शैलजा के उम्मीदवारों को भी टिकट मिला है, लेकिन उनकी संख्या बेहद कम है। हुड्डा के समर्थक उम्मीदवारों की संख्या जहां 70 पार है, वहीं शैलजा के समर्थक उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा से ज्यादा 9 बताई जा रही है। शैलजा को इस बात का अंदाजा हो गया था और इसलिए वह प्रचार से दूर दिल्ली आ गईं। शैलजा के प्रचार से दूर होने को लेकर सवाल उठे तो कांग्रेस पर विपक्षी पार्टियों ने निशाना साध लिया। बीजेपी सबसे ज्यादा मुखर रही और दलित नेता को बीजेपी ज्वॉइन करने का ऑफर दे डाला।

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से मुलाकात

शैलजा की नाराजगी को लेकर जब मीडिया में खबरें आने लगीं, लोग सवाल करने लगे तो कांग्रेस नेतृत्व एक्टिव हुआ। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शैलजा से मुलाकात की। हालांकि ये बात सामने नहीं आई है कि दोनों नेताओं के बीच क्या बात हुई लेकिन शीर्ष नेतृत्व के शैलजा से मुलाकात करने के बाद उनका पक्ष मजबूत हुआ है। कम से कम हरियाणा में शैलजा को अब कोई इग्नोर नहीं कर पाएगा। शैलजा अब जब प्रचार में उतरेंगी तो उनके पास पार्टी नेतृत्व का वादा और भरोसा भी होगा।

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रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा कांग्रेस के नेताओं को मिलकर काम करने का निर्देश दिया है। इसके बाद ही शैलजा की पार्टी अध्यक्ष खरगे से मुलाकात हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक कुमारी शैलजा 26 सितंबर से चुनाव प्रचार में फिर उतरेंगी। हरियाणा में 5 अक्टूबर को वोटिंग होनी है।

बीजेपी के हाथ कुछ नहीं आया

हरियाणा में बीजेपी की कोशिश कांग्रेस के जाट और दलित समीकरण में सेंध लगाने की थी, लेकिन एक निजी टेलीविजन चैनल के कार्यक्रम में शैलजा ने कहा कि उनका राजनीतिक अनुभव बीजेपी के कई नेताओं से ज्यादा है। इसलिए उनको नसीहत देने की जरूरत नहीं है। शैलजा ने कहा कि पार्टी से कोई नाराजगी नहीं है। क्या करना है? ये सब पार्टी और वो (शैलजा) तय करेंगी। शैलजा ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। वहीं कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा था कि शैलजा हमारी बहन है। सम्मानित नेता हैं। कांग्रेस में किसी ने कुछ कहा है तो उसकी पार्टी में कोई जगह नहीं है।

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Written By

Nandlal Sharma

First published on: Sep 24, 2024 12:01 PM

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