BJP Haryana Leader Anil Vij Media Interaction: लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मियों के बीच हरियाणा में बड़ा खेला हो गया। भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री पद से हटाकर करनाल लोकसभा सीट से चुनाव टिकट दे दिया। उनकी जगह उनके ही करीबी नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बना दिया। हालांकि बीच में अनिल विज को मुख्यमंत्री बनाने की बात सामने आई, लेकिन कुर्सी उनके हाथ आते-आते छिटक गई।
इस तरह उनका मंत्री पद और मुख्यमंत्री बनने का सपना दोनों खाक में मिल गए, लेकिन उन्होंने बागी तेवर दिखाते हुए अपनी नाराजगी भी जाहिर की। आज मीडिया से बात करते-करते उनका दर्द जुबां पर आया। उन्होंने गीत गाया ‘छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी, नए दौर में लिखेंगे नई कहानी’, जिससे लगता है कि उन्होंने भाजपा को अप्रत्यक्ष रूप से कोई संकेत भी दे दिया है। आखिर उनके दिमाग में क्या चल रहा, यह वक्त बताएगा।
अनिल विज ने BJP – JJP गठबंधन टूटने के सवाल पर गीत गा कर दिया ऐसा जवाब
.
.
.
.#anil #anilvij #BJP #JJP #coalition #dailypost #dailypostharyanahimachal pic.twitter.com/em02JPVhbC---विज्ञापन---— Daily Post Haryana Himachal (@PostHaryana) March 14, 2024
खट्टर ने दिए थे अनिल विज को मनाने के संकेत
वीडियो में जैसा सुनाई दे रहा है, मीडिया से बात करते हुए अनिल विज ने कहा कि कब, कैसे, क्या और क्यों हुआ? सब कल की बातें हैं। अब आने वाले समय को देखते हैं। आने वाले वक्त की ओर मुंह करते हैं। सही समय पर आप लोगों को भी सब पता चल जाएगा, जबकि अनिल विज की नाराजगी को लेकर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है। मैं अनिल विज को अच्छे से जानता हूं। 1990 से हम दोनों अच्छे दोस्त हैं। नई सरकार में भी उनका नाम कैबिनेट मंत्रियों की सूची में था। उन्हें जल्दी मना लिया जाएगा। वे हमारे हैं और उन्हें मनाकर हम जल्दी सबके सामने स्थिति क्लीयर करेंगे।
कुछ कारणों से भले ही अनिल विज सूबे की सत्ता के शीर्ष पद से पीछे रह जाते हों, लेकिन जनता-जनार्दन एवं जमीन से जुड़ाव, बेबाकी-बिंदासपन और अलहदा अंदाज में तमाम नेताओं से मीलों आगे हैं। एक भारी सियासी उठापटक भरे दिन के बीच गोलगप्पों का आनंद लेते हुए ‘गब्बर’ #AnilVij pic.twitter.com/sdPuD8uX0f
— Pranav Sirohi (@pranavsirohi) March 12, 2024
नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाने से नाराज अनिल विज
बता दें कि 2 दिन पहले अचानक भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर से इस्तीफा ले लिया। इसके बाद विधायक दल की चंडीगढ़ में मीटिंग बुलाई गई, जिसमें नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाने और अनिल विज को मंत्री पद देने की बात हुई, लेकिन अनिल विज दिल में मुख्यमंत्री बनने की इच्छा पाले हुए हैं और खुद को डिजर्विंग भी मानते हैं, क्योंकि वे 6 बार विधायक रह चुके हैं और राजनीति का अच्छा अनुभव रखते हैं, लेकिन मनोहर लाल खट्टर के करीबी नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाए जाने से वे नाराज हो गए और विधायक दल की बैठक छोड़कर चले गए। इतना ही नहीं, उन्होंने नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह का भी बॉयकॉट किया। समारोह के समय वे अंबाला में गोलगप्पे खा रहे थे।