---विज्ञापन---

‘सैलरी के साथ 10 दिन की छुट्टी…’ सूरत के हीरा कारोबारी ने 50 हजार मजदूरों को अवकाश पर भेजा, जानें क्यों

Falling Global Demand of Diamond: देश की सबसे बड़ी हीरा निर्माता कंपनी किरण जेम्स ने अपने 50 हजार कर्मचारियों को 10 दिन की छुट्टी दे दी है। कंपनी ने यह फैसला क्यों लिया इसका खुलासा स्वयं कंपनी के मालिक वल्लभभाई लखानी ने किया है।

Edited By : Rakesh Choudhary | Updated: Aug 6, 2024 14:13
Share :
Falling Global Demand of Diamond Gujarat News
Gujarat News

Gujarat News: गुजरात के सूरत में देश की सबसे बड़ी हीरा निर्माता कंपनी किरण जेम्स ने अपने 50 हजार कर्मचारियों को 10 दिन की छुट्टी पर भेज दिया है। कंपनी ने सभी कर्मचारियों को 17 से 27 अगस्त तक छुट्टी पर भेजा है। इस दौरान कंपनी सभी कर्मचारियों को सैलरी भी देगी। कंपनी ने यह फैसला हीरों की गिरती हुई डिमांड को कंट्रोल करने के लिए किया है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने कहा कि हीरा उद्योग बुरे दौर से गुजर रहा है और बाजार में पाॅलिश किए गए हीरों की मांग भी घट गई है। कंपनी के चेयरमैन वल्लभभाई लखानी ने कहा कि हमने 10 दिन की छुट्टी घोषित की है ताकि हीरों के प्रोडक्शन को कंट्रोल कर सके। उन्होंने कहा कि कंपनी ने इतिहास में पहली बार ऐसा फैसला किया है।

---विज्ञापन---

इसलिए की 10 दिन की छुट्टी

बता दें कि दिवाली के दौरान हीरा फैक्ट्रियों में लंबी छुट्टी होती हैं। लेकिन कंपनी मजदूरों को छुट्टी पर भेजकर कंपनी हीरों की डिमांड और कीमत दोनों बढ़ाना चाहती है ताकि हीरा उद्योग को फायदा मिल सके। मजदूरों को छुट्टी पर भेजने के साथ ही कंपनी 10 दिनों की तनख्वाह भी मजदूरों को देगी।

किरण जेम्स में काम करते हैं 50 हजार मजदूर

इंडियन एक्सप्रेस से खास बातचीत में वल्लभभाई लखानी ने बताया कि मेरी कंपनी में 50 हजार से अधिक हीरा पाॅलिस करने वाले काम करते हैं। इनमें से 40 हजार मजदूर प्राकृतिक हीरे काटते और पाॅलिश करते हैं जबकि 10 हजार मजदूर लैब में हीरे डेवलप करने का काम करते हैं। बता दें कि किरण जेम्स अपने आप को हीरों की दुनिया में विश्व की सबसे बेहतरीन कंपनी बताती है।

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ेंः  इस्तीफा देने वाली IPS Kamya Misra कौन? सुलझा रहीं थीं मुकेश सहनी के पिता की मर्डर मिस्ट्री

डिमांड कम होने से घटाना पड़ा उत्पादन

किरण जेम्स सालभर में 17 हजार करोड़ रुपये का कारोबार करती है। ऐसे में ग्लोबल लेवल पर डिमांड घटने के बाद 2024 की दूसरी तिमाही में हीरों का उत्पादन पहली तिमाही की तुलना में 15 प्रतिशत कम हो गया है।

ये भी पढ़ेंः रील्स बनाते समय ऐसे कपड़े…नजरें झुक जाती हैं, SP सांसद राम गोपाल यादव संसद में बोले-रोक लगे

HISTORY

Written By

Rakesh Choudhary

First published on: Aug 06, 2024 02:13 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें