गांधीनगर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डायल 112 आपातकालीन सहायता की शुरुआत की। यह एक नए युग का एडवांस सिस्टम है और स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा में एक जरूरी कदम है। क्योंकि अब सभी तरह की सेफ्टी सर्विस के लिए एक नंबर अवेलेबल रहेगा। डायल 112 सर्विस गुजरात के लोगों को अलग-अलग तरह के टोल फ्री नंबरों से मुक्ति दिलवाएगी।
उदाहरण के तौर पर पुलिस के लिए 100, एम्बुलेंस के लिए 108, फायर सर्विस के लिए 101, महिला सहायता के लिए 181, बाल सहायता के लिए 1058, किसी भी आपदा के लिए 1070 और 1077, जो उन्हें गुमराह करते थे।
Quick response for safety is Gujarat’s motto..
— Harsh Sanghavi (@sanghaviharsh) August 31, 2025
Under the guidance of Hon’ble UHM Shri @AmitShah Ji and leadership of Hon’ble CM Shri @Bhupendrapbjp Ji, the Home Department launched Helpline 112 in just six months to reduce emergency response time. pic.twitter.com/Fg58ztSjTl
सरकार का सराहनीय कदम
डायल 112 नंबर एक हैं, लेकिन इसके अंदर कई सारी सेवाएं आपको मिल जाएंगी। गुजरात पुलिस डायल 112 नंबर के साथ एक नया सिस्टम बनाएगी। डायल-112 प्रोजेक्ट राज्य में लोगों की सुरक्षा के लिए सरकार का सराहनीय कदम है। गुजरात सरकार ने केवल 6 महीनों में इसे लागू कर दिया है।
डायल-112 से एक स्मार्ट, डेटा एनालिटिक्स, एडवांस लोकेशन ट्रैकिंग और IoT-योग्य फील्ड विजिबिलिटी के जरिए यह सिस्टम अब तेजी से रीयल टाइम फीडबैक लूप से सीखने और बदलते खतरों को बताने में मदद करेगा। इससे चाहे शहरी अपराध हों या कोई भी समस्या होती है। उसका आराम से समाधान किया जा सकता है। सबसे ज्यादा इससे महिलाओं को फायदा होगा।
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