Bhavnagar-Bharuch Expressway: भावनगर-भरूच के बीच एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट ने एक कदम आगे बढ़ाया है। आप भरूच से भावनगर 6 घंटे में नहीं बल्कि सिर्फ 45 मिनट में पहुंच जाएंगे। पीएम नरेंद्र मोदी के एक बड़े सपने को साकार करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय सक्रिय हो गया है। दोनों शहरों को सड़क संपर्क प्रदान करना प्रधानमंत्री मोदी का लंबे समय से सपना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में गुजरात का एक बड़ा सपना साकार होता दिख रहा है। मोदी 3.0 में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने भरूच को भावनगर से जोड़ने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।
इसके लिए मंत्रालय ने डीपीआर तैयार करने के लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं। वर्तमान में भरूच से भावनगर तक नौका सुविधा उपलब्ध है। यह अरब सागर की एक खाड़ी है जिसे खंभात की खाड़ी कहा जाता है। भावनगर और भरूच के बीच की दूरी तय करने में नौका से लगभग डेढ़ घंटे का समय लगता है, जबकि सड़क से 280 किमी की दूरी तय करने में लगभग 6 घंटे लगते हैं।
एक्सप्रेसवे गुजरात के लिए गेम चेंजर साबित होगा
अगर राजकोट से गुजरते हुए जामनगर-भावनगर के बीच प्रस्तावित एक्सप्रेसवे को भरूच तक बढ़ाया जाता है, तो यह गुजरात के लिए गेम चेंजर साबित होगा। यह एक्सप्रेसवे भरूच में दिल्ली और मुंबई के बीच बन रहे नए एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा, जबकि जामनगर में यह अमृतसर-जामनगर आर्थिक गलियारे से जुड़ेगा। इससे गुजरात में विकास को और गति मिलने की उम्मीद है।
रेलवे लाइन का निर्माण
तीसरे पैकेज में भावनगर से भरूच तक रेलवे लाइन के निर्माण का प्रस्ताव है। अरब सागर की खाड़ी से गुजरने वाले इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 68 किलोमीटर होगी। इसमें करीब 30 किलोमीटर लंबा पुल होगा, जबकि जामनगर-राजकोट-भावनगर-भरूच एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 316 किमी होगी।
एक घंटे में भरूच से भावनगर
अगर भावनगर और भरूच के बीच एक्सप्रेसवे बनाया जाता है, तो यह न केवल दो आर्थिक गलियारों और एक्सप्रेसवे को कनेक्टिविटी मिलेगी, बल्कि सौराष्ट्र और मध्य गुजरात के बीच गुजरात के लोगों की आवाजाही को भी सुविधाजनक बनाएगा। इससे समय और ईंधन की बचत होगी। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने भावनगर-भरूच एक्सप्रेसवे की डीपीआर तैयार करने की इच्छुक कंपनियों के लिए 21 मार्च 2025 की डेडलाइन फाइनल की है।
क्षेत्रीय संपर्क में सुधार
मंत्रालय के अनुसार, इस प्रोजेक्ट से गुजरात में क्षेत्रीय संपर्क में सुधार होगा। 68 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे जामनगर-भावनगर-भरूच हाई-स्पीड कॉरिडोर का भाग होगा। केंद्र सरकार ने इसे पीएम गति शक्ति परियोजना में शामिल किया है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद भरूच और भावनगर के बीच 68 किलोमीटर की दूरी लगभग 45 मिनट में तय की जा सकेगी।
ये भी पढ़ें- Bullet Train Project Update: गुजरात के इस शहर में पूरा हुआ प्रोजेक्ट का काम; एक्सप्रेसवे से गुजरेगी बुलेट ट्रेन