सूरत में 11वीं मंज़िल से कूदने जा रही किशोरी को फायर ब्रिगेड ने चलती हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म से बचाया, रविवार देर शाम सूरत की एक हाईराइज बिल्डिंग की 11 वी मंजिल की बालकनी पर अचानक एक किशोरी रेलिंग पर चढ़ गई. इसे देखते ही इलाके में अफरातफरी मच गई, लेकिन समय रहते मिली सूचना और फायर कर्मियों की तत्परता से एक बड़ी अनहोनी टल गई.
यह दृश्य सूरत के एक व्यस्त इलाके में स्थित रेजिडेंशियल टॉवर के हैं. बिल्डिंग की 11वीं मंज़िल की बालकनी पर एक किशोरी खड़ी थी, जो कुछ देर तक रेलिंग के किनारे झूलती रही. आस-पास के लोगों ने जब यह देखा तो उन्होंने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी. कुछ ही मिनटों में सूरत फायर ब्रिगेड के अधिकारी तीन दमकल वाहनों और एक हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म के साथ मौके पर पहुंच गए. इलाके को घेरकर सुरक्षा घेरे में लिया गया.
ऊपर बालकनी में खड़ी किशोरी से एक फायर फाइटर लगातार बात करता रहा और उसे शांत रहने के लिए कहता रहा. हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म को सावधानी पूर्वक 11वीं मंज़िल तक पहुंचाया गया. इस दौरान किशोरी कई बार नीचे झांकती दिखी, लेकिन फायर कर्मियों ने लगातार संवाद बनाए रखा. मौके पर मौजूद महिला फायर अधिकारी और एक काउंसलर ने किशोरी से बातचीत कर उसका ध्यान बंटाने और उसे भरोसा दिलाने का प्रयास किया.
लगभग 20 मिनट के प्रयास के बाद फायर टीम किशोरी तक पहुंची और एक फायरमैन ने उसे मजबूती से पकड़कर प्लेटफॉर्म में खींच लिया. सफल रेस्क्यू के बाद नीचे मौजूद सैकड़ों लोगों ने राहत की सांस ली और फायर टीम का जोरदार स्वागत किया.
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, किशोरी मानसिक तनाव से गुजर रही थी और कुछ पारिवारिक कारणों से परेशान थी. सूत्रों की मानें तो किसी बात पर बेटी को डांटते हुए मां ने गुस्से में कह दिया कि इससे अच्छा तो तू मर जाए बस यही बात बेटी के दिल पर लग गई और वो पहुंच गाई मौत की छलांग लगाने.
पुलिस ने उसे काउंसलिंग के लिए चाइल्ड वेलफेयर टीम के हवाले कर दिया है.









