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‘आजाद ने गलत समय पर साथ छोड़ा’, जानें गुलाम नबी के इस्तीफे पर किसने क्या कहा?

नई दिल्ली: सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। आजाद ने सोनिया गांधी को 5 पेज का अपना इस्तीफा भेजा है जिसमें उन्होंने अपने करीब 5 दशकों के कांग्रेस के साथ रिश्ते के बारे में बात की है। साथ ही उन्होंने राहुल गांदी पर कई आरोप लगाए हैं। उधर, […]

Edited By : Om Pratap | Updated: Aug 26, 2022 16:25
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नई दिल्ली: सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। आजाद ने सोनिया गांधी को 5 पेज का अपना इस्तीफा भेजा है जिसमें उन्होंने अपने करीब 5 दशकों के कांग्रेस के साथ रिश्ते के बारे में बात की है। साथ ही उन्होंने राहुल गांदी पर कई आरोप लगाए हैं।

उधर, कांग्रेस से गुलाम बनी आजाद के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के सीनियर नेताओं के प्रतिक्रियाएं सामने आईं हैं। जयराम रमेश ने कहा कि उन्होंने (गुलाम नबी आजाद) ऐसे समय पर पार्टी से इस्तीफा दिया है जब पार्टी बीजेपी के खिलाफ महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर लड़ रही है।

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अशोक गहलोत बोले- मैं सदमे में हूं

आजाद के इस्तीफे के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मैं सदमे में हूं। मुझे किस कदर आघात लगा मैं शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता। आजाद संजय गांधी की टीम के नेता थे। पार्टी ने आजाद को 42 साल तक सभी पदों पर मौका दिया। गहलोत ने कहा कि आजाद ने ऐसे समय में इस्तीफा दिया है जब सोनिया गांधी चेकअप के लिए अमेरिका गईं हैं। यह मानव स्वभाव के खिलाफ है, संवेदनशीलता के खिलाफ है।

अजय माकन बोले- इस्तीफा दुख की बात

कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि गुलाम नबी आजाद का इस्तीफा दुख की बात है कि उन्होंने ऐसे समय में पार्टी छोड़ा है, जब कांग्रेस बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, ध्रुवीकरण के खिलाफ लड़ाई लड़ने जा रही है। दुख की बात है कि वे इस लड़ाई में हिस्सा नहीं बन रहे हैं।

आनंद शर्मा बोले- सभी कांग्रेसियों को पीड़ा होगी

कांग्रेस के सीनियर नेता आनंद शर्मा ने कहा कि ज़ाहिर है कि वे बहुत आहत हुए होंगे। इस स्थिति को आने से बचाई जा सकती थी और यह बात समय-समय पर बताई भी गई। हम निरंतर कमज़ोर होते जा रहे हैं। हमारा यही लक्ष्य रहा है कि राय मशवरा करके उसको हम सुधार सकें

फारूख अब्दुल्ला बोले- इस्तीफा अफसोस की बात

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आजाद इंदिरा गांधी के समय के नेता हैं। वे सोनिया गांधी के करीबी थे। यह अफसोस की बात है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि गुलाम नबी आजाद को इतना बड़ा फैसला लेना पड़ा।

जयवीर शेरगिल बोले- कांग्रेस में दरबारी संस्कृति

गुलाम नबी आजाद के इस्तीफा से दो दिन पहले पार्टी छोड़ने वाले जयवीर शेरगिल ने कहा कि पार्टी में दरबारी संस्कृति है जिसे नहीं मानने वाले नेता परेशान हो रहे हैं। शेरगिल ने कहा कि पार्टी में कई बड़े नेता हैं जो अब कांग्रेस छोड़ने को मजबूर हैं।

कुलदीप बिश्नोई बोले- भाजपा में आते हैं तो स्वागत है

उधर, गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर भाजपा नेताओं की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। हाल ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि कांग्रेस आत्म-विनाश, आत्मघाती मोड में है। उन्होंने राहुल गांधी को सुझाव देते हुए कहा कि वे अपने अहंकार को अलग रखें। बिश्नोई ने ये भी कहा कि आजाद भाजपा में आते हैं तो उनका स्वागत है।

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हिमंता सरमा बोले- मेरे और आजाद के इस्तीफे में समानता

असम के सीएम हिमंता सरमा ने कहा कि गुलाम नबी आजाद और मेरे लिखे गए (इस्तीफे) पत्र में काफी समानता हैं। सबको पता है कि राहुल गांधी अपरिपक्व और अप्रत्याशित नेता है। सोनिया गांधी ने अब तक बस अपने बेटे को ही आगे बढ़ाने का काम किया है, इस वजह से जो नेता पार्टी के लिए वफ़ादार थे वह पार्टी छोड़कर जा रहे हैं।

हिमंता सरमा ने कहा कि मैंने 2015 में ही कहा था कि कांग्रेस में सिर्फ गांधी रह जाएंगे। राहुल गांधी भाजपा के लिए वरदान हैं। जब लोग राहुल गांधी से हमारे नेताओं की तुलना करते हैं तो वैसे ही हम आगे हो जाते हैं।

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First published on: Aug 26, 2022 02:30 PM
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