फिरोजाबादः उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में सिपाही द्वारा फूट-फूटकर रोते हुए मैस का खाना दिखाने वाले मामले में एसएसपी ने जांच के आदेश दिए हैं। यह जांच मैस के खाने और सिपाही दोनों के खिलाफ होगी। आपको बता दें कि एक सिपाही का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें सिपाही ने पुलिस लाइन के मैस में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए थे। वहीं सिपाही को पांच दिन के अवकाश पर भेज दिया गया है।
थाली लेकर सड़क पर आ गया था सिपाही
जानकारी के मुताबिक बुधवार को सोशल मीडिया पर एक सिपही का वीडियो जमकर वायरल हुआ था। वीडियो फिरोजाबाद जिले का है। इसमें एक सिपाही हाथ में थाली लेकर सड़क पर आ गया। थाली में रोटियां और दाल थी। सिपाही का आरोप था कि दिन-रात ड्यूटी करने के बाद भी उन्हें कैसा खाना दिया जा रहा है। इस दौरान सिपाही फूट-फूट कर रोया। वहां मौजूद लोगों ने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
सिपाही का खंगाला जा रहा है रिकॉर्ड
मामले की जानकारी होने पर एसएसपी फिरोजाबाद ने जांच के आदेश दिए हैं। आदेश के मुताबिक पहली जांच मैस के खाने की जाएगी। इसमें देखा जाएगा कि वास्तव में खाने की गुणवत्ता खराब थी या फिर सिपाही द्वारा जानबुझ कर ये सब किया गया है। वहीं दूसरी जांच सिपाही की होगी। इसमें सिपाही का पुराना रिकॉर्ड देखा जाएगा। सिपाही मनोज कुमार को पांच दिन के अवकाश पर भेज दिया गया है। सिपाही मनोज का कहना है कि उसने खाने को लेकर सवाल खड़े किए तो उसे अनुशासनहीन बताया जा रहा है।
अमृत महोत्सव के छद्म उत्सव के शोर शराबे में भूख से रोते यूपी के पुलिसवाले की बात सुननेवाला कोई है क्या?
महोत्सव के नाम पर भूखोत्सव क्यों? pic.twitter.com/rvol6APLoG
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 11, 2022
अखिलेश बोले- महोत्सव के नाम पर भूखोत्सव क्यों?
वहीं वीडियो के वायरल होने पर पूर्व मुख्मंत्री और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी तंज कसा। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर सिपाही के इस वीडियो को ट्वीट किया। साथ में लिखा है, ‘अमृत महोत्सव के छद्म उत्सव के शोर शराबे में भूख से रोते यूपी के पुलिसवाले की बात सुननेवाला कोई है क्या? महोत्सव के नाम पर भूखोत्सव क्यों?