Yamuna Water Level: दिल्ली के पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। यमुना का जलस्तर 206.56 मीटर के स्तर पर पहुंच गया है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। पुराने यमुना पुल (लोहा पुल) पर यमुना नदी का जल स्तर सोमवार सुबह 206.56 मीटर दर्ज किया गया।
हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 2 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण यमुना में जलस्तर बढ़ने के कारण दिल्ली सरकार हाई अलर्ट पर है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के मुताबिक, यमुना का जल स्तर शनिवार रात 10 बजे 205.02 मीटर से बढ़कर रविवार सुबह 9 बजे 205.96 मीटर हो गया। रविवार रात 9 बजे यह 206.42 मीटर पर पहुंच गया।
यमुना खादर के कुछ हिस्सों पर मंडराया खतरा
राजस्व मंत्री आतिशी के मुताबिक, अगर यमुना का जलस्तर 206.7 मीटर तक बढ़ गया तो यमुना खादर (बाढ़ के मैदान) के कुछ हिस्से जलमग्न हो सकते हैं। साथ ही राजधानी दिल्ली के बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों में राहत और पुनर्वास कार्य प्रभावित होने की संभावना है।
पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से यमुना नदी उफान पर है, जिससे शहर के निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश के बीच पिछले चार से पांच दिनों में जल स्तर में मामूली उतार-चढ़ाव हुआ है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 25 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।
हिंडन नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद कई घर डूबे
इस बीच, उत्तर प्रदेश के नोएडा में, हिंडन नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण घर डूब गए हैं, जिससे अधिकारियों को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा। एक पुलिस अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि निचले इलाकों में कुछ घरों में पानी घुस गया है… एहतियात के तौर पर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। फिलहाल स्थिति सामान्य है और हम जल स्तर की निगरानी कर रहे हैं और इसके बारे में जागरूकता फैला रहे हैं।
नोएडा, गाजियाबाद में बाढ़ की चेतावनी
अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के नोएडा में बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गई है क्योंकि हिंडन नदी से पानी का बहाव बढ़ गया है। पांच गांवों के लगभग 200 लोगों को निकालकर आश्रय गृहों में स्थानांतरित कर दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, नदी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दिल्ली की सीमा से लगे गौतम बौद्ध नगर जिले में खतरे के निशान 205 मीटर से नीचे बह रही है।
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अतुल कुमार ने बताया, “पांच गांवों से लगभग 200 लोगों को निकाला गया है और उन्हें आश्रय घरों में स्थानांतरित कर दिया गया है, जो उन्हें आवास, भोजन और स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए प्रशासन द्वारा स्थापित किए गए हैं।” बता दें कि अतुल कुमार गौतम बौद्ध नगर में बाढ़ राहत कार्य के लिए नोडल अधिकारी भी हैं।
इस बीच यूपी के गाजियाबाद में हिंडन के किनारे स्थित करहेड़ा गांव से 50 से ज्यादा लोगों को बचाया गया। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम और साहिबाबाद पुलिस ने गांव के निवासियों को स्थानांतरित करने के लिए मोटरबोट का इस्तेमाल किया, जहां 8 फीट से अधिक पानी जमा हो गया है।
सोमवार को दिल्ली में और अधिक बारिश का अनुमान
राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में रविवार को बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार शाम को राजीव चौक, आईटीओ, इंडिया गेट, लोदी रोड, नेहरू स्टेडियम, लाजपत नगर और एनसीआर सहित दिल्ली के कुछ स्थानों और आसपास के इलाकों में हल्की तीव्रता की बारिश की भविष्यवाणी की गई थी। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को आमतौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है।