नई दिल्ली: दिल्ली जल बोर्ड मुख्यालय में गुरुवार को “आरटीआई सम्मेलन” का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। आरटीआई सम्मेलन में दिल्ली जल बोर्ड के पब्लिक इनफार्मेशन ऑफिसर यानी सभी जन सूचना अधिकारी और विभिन्न विभागों के अधिकारी- कर्मचारी शामिल हुए।
डीजेबी आरटीआई को एक टूल की तरह इस्तेमाल करेगा
आरटीआई सम्मेलन का उद्देश्य आरटीआई के जरिए दिल्ली जल बोर्ड में रिफॉर्म यानी सुधार की प्रक्रिया को नई गति और दिशा देना है। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली जल बोर्ड में रिफॉर्म करने के लिए डीजेबी आरटीआई को एक टूल की तरह इस्तेमाल करेगा।
यह भी पढ़ें: ‘दुखद…किसी को परवाह नहीं’, DERC चीफ की नियुक्ति पर दिल्ली सरकार और LG पर सुप्रीम कोर्ट का बयान
5 साल की आरटीआई का अध्ययन करने का निर्देश दिया
डीजेबी आरटीआई के जरिए पूछे गए सवाल और उनके जवाब के जरिए सिस्टम की खामियों, देरी से चल रहे प्रोजेक्ट्स, लंबित आरटीआई और नई तकनीक की जानकारी जुटा कर सुधार की प्रक्रिया को एक नई गति और दिशा देगा। डीजेबी उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को 5 साल की आरटीआई का अध्ययन करने का निर्देश दिया है। इस अध्ययन में जल बोर्ड से गैर संबंधित और अनावश्यक आरटीआई की समीक्षा भी की जाएगी ताकि आरटीआई के दुरुप्रयोग को रोका जा सके।
आरटीआई को कानून बनवाने में दिल्ली के मुख्यमंत्री की बड़ी भूमिका
सोमनाथ भारती ने कहा कि अधिकारी बिना किसी भय के ईमानदारी और निष्ठा से अपना काम करें। उनका लक्ष्य उपभोक्ता और कर्मचारियों के हितों में दिल्ली जल बोर्ड को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ संस्था बनाना है। डीजेबी में आरटीआई से होगा रिफॉर्म इस सम्मेलन में दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आरटीआई को कानून बनवाने में दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की एक बड़ी भूमिका रही है।
आरटीआई कानून बनवाने के लिए लंबा संघर्ष किया
सोमनाथ भारती ने आगे कहा कि दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने से पहले अरविंद केजरीवाल की पहचान बतौर आरटीआई एक्टिविस्ट की ही थी। आरटीआई कार्यकर्ता के तौर पर अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आरटीआई कानून बनवाने के लिए लंबा और कड़ा संघर्ष किया है। सोमनाथ भारती ने आरटीआई कानून को भ्रष्टाचार के खिलाफ एक अहम हथियार बताते हुए कहा कि दिल्ली जल बोर्ड में रिफॉर्म यानी सुधार के लिए आरटीआई एक महत्वपूर्ण टूल साबित हो सकता है।
यह भी पढ़ें: Delhi Floods: दिल्ली सरकार ने अपने आईएएस अधिकारियों को जारी किया रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद का आदेश
आरटीआई से डीजेबी के रिफॉर्म के लिए कई महत्वपूर्ण सूचनाएं प्राप्त की
साेमनाथ भारती ने कहा कि आरटीआई से दिल्ली जल बोर्ड की रिफॉर्म प्रक्रिया को नई गति और दिशा दी जा सकती है। लोगों के साथ ही आरटीआई से दिल्ली जल बोर्ड को भी कई आवश्यक जानकारियां प्राप्त हो सकती है। यह जानकारियां दिल्ली जल बोर्ड के लिए बेहद कारगर साबित हो सकती है। डीजेबी करेगा 5 साल की आरटीआई का अध्ययन डीजेबी उपाध्यक्ष ने बताया कि इस आरटीआई सम्मेलन का उद्देश्य आरटीआई का बेहतर इस्तेमाल और उसका दुरुपयोग रोकना है। सोमनाथ भारती ने कहा कि आरटीआई से डीजेबी के रिफॉर्म के लिए कई महत्वपूर्ण सूचनाएं प्राप्त की जा सकती है। डीजेबी में लगाई गई आरटीआई के सवालों और जवाबों से कई ऐसी जानकारियां हासिल की जा सकती हैं। जो कि दिल्ली जल बोर्ड के उपभोक्ताओं और कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।
और पढ़िए – प्रदेश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें