तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
दिल्ली विश्वविद्यालय के श्यामलाल कॉलेज में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन इंटरनेशनल बिजनेस एंड इकोनॉमिक्स ऑफ सप्तसिंधु -अ हिस्टोरिकल ट्रांसफॉर्मेशन एंड ग्लोबल इम्पैक्ट’ विषय पर आयोजित किया गया। सम्मेलन का आयोजन 24 से 26 सितंबर तक किया गया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार समिति के सदस्य संजीव सान्याल शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि भारत के पास विश्व को देने के लिए काफी कुछ है। यही वक्त है कि हम अपनी महान और गर्व करने वाली विरासत को पहचानें और उसे संजोने और इसे सामने लाने का काम करें।
देश-विदेश के विद्वानों ने विचारों को साझा किया
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश-विदेश के विभिन्न अनुशासनों के विद्वानों ने अपने विचारों को साझा किया। इस कार्यक्रम में भारतीय ज्ञान परंपरा और अंतरराष्ट्रीय व्यापार के अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में भारत की ऐतिहासिक भूमिका पर चर्चा कि गई। भारत की समृद्ध ऐतिहासिक ज्ञान परंपरा के बारें में और एक आत्मविश्वास से भरे राष्ट्र के रूप में ‘विश्व मित्र’ से विश्व गुरु बनने की दिशा में भारत के प्रयासों और उपलब्धियों को भी साझा किया गया।
लाइफ फॉर एनवायरनमेंट का सन्देश
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि उपनिवेशवादी हीनता बोध से निकलने की जरूरत पर भी बल दिया जाना चाहिए, जो काम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बहुत ही अच्छे तरह से किया जा रहा है। जी-20 की अध्यक्षता में भारत ने विश्व को लाइफ फॉर एनवायरनमेंट का संदेश दिया है, जो विश्व में विकास की बुनियाद बन सकता है।
कार्यक्रम में शामिल लोग
इस कार्यक्रम में प्राचार्य प्रो.रबि नारायण कर, प्रो.कुशा तिवारी,प्रो.रुचिका रमाकृष्णन,डॉ. मुक्ता रोहतगी,प्रो. मुनीम बराई, स्वामी श्यामानंद, प्रो.वीके कॉल, प्रो.पीके मिश्रा, डॉ.एसपी शर्मा, प्रो.श्रीनिवास वरखेदी, डॉ. जयंत उपाध्याय, प्रो. किरण हजारिका, प्रो. जीपी सुधाकर, प्रो.रजनीश कुमार मिश्र, प्रो.एमएस सेनम राजू, प्रो.नीति भसीन व अन्य शामिल रहें।