Shraddha Walkar Murder Case: श्रद्धा वाकर हत्याकांड की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस का कहना है कि हड्डियों के ऑटोप्सी से जानकारी मिली है कि उसके शव को काटने के लिए आरी का इस्तेमाल किया गया था। दिल्ली पुलिस ने शनिवार को कहा कि श्रद्धा वाकर की अस्थियों की ऑटोप्सी रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है।
इससे पहले 4 जनवरी को दिल्ली पुलिस ने कहा कि दक्षिण दिल्ली के महरौली जंगल से बरामद किए गए बालों और हड्डियों के नमूने श्रद्धा के नमूनों से मेल खाते हैं। दिल्ली पुलिस ने कहा कि महरौली के जंगलों में पाए गए नमूनों की माइटोकॉन्ड्रियल डीएनए रिपोर्ट और हैदराबाद में सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग डायग्नोस्टिक (सीडीएफडी) में परीक्षण के लिए भेजी गई थी, पीड़िता के पिता और भाई के साथ मेल खाती है।
रिपोर्ट के जरिए चार्जशीट दायर करने में मिलेगी मदद
मामले (Shraddha Walkar Murder Case) में हालिया घटनाक्रम को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इससे पुलिस को आफताब के खिलाफ चार्जशीट दायर करने में मदद मिलेगी। बता दें कि पहले पुलिस को श्रद्धा के शरीर को काटने का वैज्ञानिक प्रमाण नहीं होने की चिंता थी, इस उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किया गया हथियार अज्ञात था।
पुलिस अब श्रद्धा के 50 से अधिक दोस्तों सहित गवाहों के रिकॉर्ड किए गए 164 बयानों के साथ आरोपी के खिलाफ साकेत कोर्ट में चार्जशीट दायर करने के लिए तैयार है। पुलिस ने कहा कि एम्स दिल्ली में डॉक्टरों ने अध्ययन की गई हड्डियों के कोनों पर ‘बेहद पतली रेखाएं’ पाईं, जिससे पता चलता है कि उसके शरीर को आरी जैसी नुकीली चीज से काटा गया था।
श्रद्धा के पिता ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी की शिकायत
श्रद्धा वाकर के पिता की ओर से दर्ज कराई गई गुमशुदगी की शिकायत के बाद प्रारंभिक जांच के दौरान, श्रद्धा की आखिरी ठिकाना दिल्ली में पाया गया था। इसके बाद मामला दिल्ली पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया था। श्रद्धा के पिता ने मामले (Shraddha Walkar Murder Case) में ‘लव जिहाद’ एंगल का दावा किया था। जांच के दौरान, यह पाया गया कि आफताब और श्रद्धा छतरपुर पहाड़ी इलाके में एक किराए के अपार्टमेंट में रहते थे। पुलिस ने अपनी जांच के दौरान आफताब का पता लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया।