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दिल्ली

PM Modi के 9 संकल्प कौन से? ‘नवकार महामंत्र दिवस’ पर जिनका सामूहिक रूप से जाप

पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में 'नवकार महामंत्र दिवस' कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने देशवासियों के साथ सामूहिक रूप से नवकार महामंत्र का जाप किया। उन्होंने अपने संबोधन में विकसित भारत के विजन और 9 अमृत संकल्पों का आह्वान किया, जिनमें पानी बचाने, स्वच्छता, वोकल फॉर लोकल और प्राकृतिक खेती जैसे मुद्दे शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने ‘ज्ञान भारतम मिशन’ की घोषणा भी की, जिसमें प्राचीन पांडुलिपियों को डिजिटाइज कर आधुनिक पीढ़ी तक पहुंचाया जाएगा।

Author Reported By : Kumar Gaurav Edited By : Namrata Mohanty Updated: Apr 9, 2025 12:28

(कुमार गौरव, नई दिल्ली) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित ‘नवकार महामंत्र दिवस’ कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने देशभर और दुनिया भर से जुड़े लोगों के साथ सामूहिक रूप से नवकार महामंत्र का जाप किया और फिर सभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नवकार महामंत्र का दर्शन विकसित भारत के विजन से जुड़ता है। उन्होंने याद दिलाया कि उन्होंने लाल किले से भी कहा था कि “विकसित भारत यानी विकास भी, विरासत भी।”

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने लोगों से 9 संकल्प लेने का आह्वान किया, जिसे उन्होंने ‘अमृत संकल्प’ बताया:

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1.पानी बचाने का संकल्प
2.एक पेड़ मां के नाम
3.स्वच्छता का मिशन
4.वोकल फॉर लोकल
5.देश दर्शन
6.प्राकृतिक खेती को अपनाना
7.स्वस्थ जीवनशैली अपनाना
8.योग और खेल को जीवन में स्थान देना
9.गरीबों की सहायता का संकल्प

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मंत्रों से मिलेगी नई ऊर्जा

पीएम मोदी ने कहा कि इन संकल्पों से नई ऊर्जा मिलेगी और यह आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाएंगे। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर ‘ज्ञान भारतम मिशन’ की भी घोषणा की, जिसके तहत देशभर की प्राचीन पांडुलिपियों और ग्रंथों का सर्वे किया जाएगा और उन्हें डिजिटाइज कर आधुनिक पीढ़ी तक पहुंचाया जाएगा।उन्होंने कहा, “जैन धर्म का साहित्य भारत के बौद्धिक वैभव की रीढ़ है। इसे संजोना हमारा कर्तव्य है। इसी भावना से प्राकृत और पाली भाषाओं को क्लासिकल लैंग्वेज का दर्जा दिया गया है।” पीएम मोदी ने बताया कि बीते वर्षों में 20 से अधिक तीर्थंकरों की प्रतिमाएं विदेशों से भारत वापस लाई गई हैं। उन्होंने कहा, “विकसित भारत अपनी संस्कृति पर गर्व करेगा और अपनी जड़ों से जुड़ा रहेगा।” उन्होंने नवकार महामंत्र की आध्यात्मिक शक्ति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह सिर्फ एक मंत्र नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि, ध्यान और मानवता की राह दिखाने वाला पथ है।

मंत्र क्या सिखाता है?

अंत में प्रधानमंत्री ने कहा, “नवकार महामंत्र हमें सिखाता है कि असली दुश्मन बाहर नहीं, हमारे भीतर है- नकारात्मक सोच, अविश्वास और स्वार्थ। इन्हें जीतना ही असली विजय है।” इस अवसर पर देशभर से जुड़े हुए श्रद्धालुओं ने प्रधानमंत्री के साथ नवकार महामंत्र का सामूहिक उच्चारण किया और कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताया है।

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HISTORY

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Namrata Mohanty

Reported By

Kumar Gaurav

First published on: Apr 09, 2025 11:46 AM

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